Sunday 22 September 2019

आइये पत्तल की परंपरा को पुनर्जिवित करें

आइये पत्तल की परंपरा को पुनर्जिवित करें

🍀पत्तलों से लाभ :
1. सबसे पहले तो उसे धोना नहीं पड़ेगा, इसको हम सीधा मिटटी में दबा सकते है।
2. न पानी नष्ट होगा।
3. न ही कामवाली रखनी पड़ेगी, मासिक खर्च भी बचेगा।
4. न केमिकल उपयोग करने पड़ेंगे l
5. न केमिकल द्वारा शरीर को आंतरिक हानि पहुंचेगी।
6. अधिक से अधिक वृक्ष उगाये जायेंगे, जिससे कि अधिक आक्सीजन भी मिलेगी।
7. प्रदूषण भी घटेगा।
8. सबसे महत्वपूर्ण झूठे पत्तलों को एक जगह गाड़ने पर, खाद का निर्माण किया जा सकता है, एवं मिटटी की उपजाऊ क्षमता को भी बढ़ाया जा सकता है।
9. पत्तल बनाने वालों को भी रोजगार प्राप्त होगा।
10. सबसे मुख्य लाभ, आप नदियों को दूषित होने से बहुत बड़े स्तर पर बचा सकते हैं, जैसे कि आप जानते ही हैं कि जो पानी आप बर्तन धोने में उपयोग कर रहे हो, वो #केमिकल वाला पानी, पहले नाले में जायेगा, फिर आगे जाकर #नदियों में ही छोड़ दिया जायेगा। जो #जल #प्रदूषण में आपको सहयोगी बनाता है।

🍀आजकल हर जगह #भंडारे, #विवाह शादियों , #birthday पार्टियों में #डिस्पोजेबल की जगह इन पत्तलों का प्रचलन करना चाहिए।

 #Save_Mother_Earth
#Environment....

Friday 23 August 2019

गिले-शिकवे सिर्फ़ साँस लेने तक ही चलते हैं।

गिले-शिकवे सिर्फ़ साँस लेने तक ही चलते हैं।
   बाद में तो सिर्फ़ पछतावे रह जाते हैं।
       दोनों तरफ़ से निभाया जाये, वही रिश्ता कामयाब होता है साहिब।
    एक तरफ़ से सेंक कर तो रोटी भी नहीं बनती!
            🌻🌻🌻🌻🌻🌻
           ✍जिंदगी सड़क की तरह है, यह कभी भी सीधी नहीं होती...
    कुछ दूर चलने के बाद मोड़ अवश्य आता है, इस लिए धैर्य के साथ चलते रहिये..
    आपकी जिंदगी का सुखद मोड़ आपका इंतजार कर रहा है!!
            🌻🌻🌻🌻🌻🌻
           ✍खुशियां आये जिंदगी में तो चख
               लेना मिठाई समझ कर!
       जब गम आये तो वो भी कभी
       खा लेना दवाई समझ कर!!
            🌻🌻🌻🌻🌻🌻
             ✍जो “प्राप्त” है,
             वो ही “पर्याप्त” है...

               इन दो शब्दों में,
             सुख बेहिसाब हैं!!!
      🙏🏾🙏🏼🙏🏽 जय जय श्री राधे🙏🏻🙏🏿🙏