Sunday 31 July 2016

एक माँ अपने पूजा-पाठ से फुर्सत पाकर अपने विदेश में रहने वाले बेटे से फोन पर बात करते समय पूँछ बैठी:

एक माँ अपने पूजा-पाठ से फुर्सत पाकर अपने विदेश में रहने वाले बेटे से फोन पर बात करते समय पूँछ बैठी: ...
बेटा! कुछ पूजा-पाठ भी करते हो या फुर्सत ही नहीं मिलती?

बेटे ने माँ को बताया - "माँ,  मैं एक आनुवंशिक वैज्ञानिक हूँ ...
मैं अमेरिका में मानव के विकास पर काम कर रहा हूँ ...
विकास का सिद्धांत,
चार्ल्स डार्विन...
क्या आपने उसके बारे में सुना है ?"

उसकी माँ मुस्कुरा कर बोली - “मैं डार्विन के बारे में जानती हूँ, बेटा ...
मैं यह भी जानती हूँ कि तुम जो सोचते हो कि उसने जो भी खोज की, वह वास्तव में सनातन-धर्म के लिए बहुत पुरानी खबर है...“

“हो सकता है माँ !” बेटे ने भी व्यंग्यपूर्वक कहा ...

“यदि तुम कुछ होशियार हो, तो इसे सुनो,” उसकी माँ ने प्रतिकार किया...
... “क्या तुमने दशावतार के बारे में सुना है ? विष्णु के दस अवतार ?”

बेटे ने सहमति में कहा "हाँ! पर दशावतार का मेरी रिसर्च से क्या लेना-देना?"

माँ फिर बोली: लेना-देना है मेरे लाल... मैं तुम्हें बताती हूँ कि तुम और मि. डार्विन क्या नहीं जानते हैं ?

पहला अवतार था
मत्स्य अवतार, यानि मछली |
ऐसा इसलिए कि जीवन पानी में आरम्भ हुआ | यह बात सही है या नहीं ?”

बेटा अब और अधिक ध्यानपूर्वक सुनने लगा |

उसके बाद आया
दूसरा कूर्म अवतार,
जिसका अर्थ है कछुआ, क्योंकि जीवन पानी से जमीन की ओर चला गया 'उभयचर (Amphibian)' | तो कछुए ने समुद्र से जमीन की ओर विकास को दर्शाया |

तीसरा था
वराह अवतार, जंगली सूअर,
जिसका मतलब जंगली जानवर जिनमें बहुत अधिक बुद्धि नहीं होती है | तुम उन्हें डायनासोर कहते हो, सही है ? बेटे ने आंखें फैलाते हुए सहमति जताई |

चौथा अवतार था
नृसिंह अवतार, आधा मानव, आधा पशु,
जंगली जानवरों से बुद्धिमान जीवों तक विकास |

पांचवा वामन अवतार था, बौना जो वास्तव में लंबा बढ़ सकता था |
क्या तुम जानते हो ऐसा क्यों है ? क्योंकि मनुष्य दो प्रकार के होते थे, होमो इरेक्टस और होमो सेपिअंस, और होमो सेपिअंस ने लड़ाई जीत ली |"

बेटा दशावतार की प्रासंगिकता पर स्तब्ध हो रहा था जबकि उसकी माँ पूर्ण प्रवाह में थी...

छठा अवतार था परशुराम -
वे, जिनके पास कुल्हाड़ी की ताकत थी, वो मानव जो गुफा और वन में रहने वाला था | गुस्सैल, और सामाजिक नहीं |

सातवां अवतार था
मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम,
सोच युक्त प्रथम सामाजिक व्यक्ति, जिन्होंने समाज के नियम बनाए और समस्त रिश्तों का आधार |

आठवां अवतार था
जगद्गुरु श्री कृष्ण, राजनेता, राजनीतिज्ञ, प्रेमी
जिन्होंने ने समाज के नियमों का आनन्द लेते हुए यह सिखाया कि सामाजिक ढांचे में कैसे रहकर फला-फूला जा सकता है |

नवां अवतार था
भगवान बुद्ध, वे व्यक्ति जो नृसिंह से उठे और मानव के सही स्वभाव को खोजा |
उन्होंने मानव द्वारा ज्ञान की अंतिम खोज की पहचान की |

और अंत में
दसवां अवतार कल्कि आएगा, वह मानव जिस पर तुम काम कर रहे हो | वह मानव जो आनुवंशिक रूप से अति-श्रेष्ठ होगा |

बेटा अपनी माँ को अवाक होकर सुनता रहा |
अंत में बोल पड़ा "यह अद्भुत है माँ, भारतीय दर्शन वास्तव में अर्थपूर्ण है |"

वन्देमातरम ....!!!

...पुराण अर्थपूर्ण हैं |
सिर्फ आपका देखने का नज़रिया होना चाहिए धार्मिक या वैज्ञानिक ?

पत्नी अपने पति को बार बार बोलती थी :----

पत्नी अपने पति को
बार बार बोलती थी :----

        "एक चुटकी सिन्दूर की कीमत
          तुम क्या जानो रमेश बाबू"
                    °°°
                    °°°
                    °°°
                    °°°
                    °°°

एक बार पति ने उसे अपने पास
बिठाकर हिंदी में समझाया : --

देख___
रसोई राशन                    Rs 7,000/-
बिजली बिल                   Rs.  1,000/-
पानी                             Rs.  200/-
बच्चों की स्कूल फीस        Rs.10,000/-
बच्चों की ट्युशन फीस|     Rs. 2,000/-        
मकान किराया                 Rs.7,000/-
मोबाइल खर्च                   Rs.  1,500/-
मेडिसन                          Rs.  1,300/-
पेट्रोल                             Rs.  2,000/-
अन्य खरचा                     Rs.  3,000/-

और ये सब इसलिए कि तेरी मांग में
एक चुटकी सिन्दूर भरा है। वरना 2-4
हजार में मस्त जी रहा होता।

इसलिए सुन एक चुटकी सिन्दूर की
कीमत कम से कम Rs. 35,000/- रू
महिना है ।

      __आज के बाद चुप रहियो ।।

Some lovely facts for ladies & girls as per your birthday month... 😊



January

Ladies that were born in the first month of the year, are serious and conservative, but also remarkably ambitious. On the other hand, women born in January are prone to be critical, and they don’t want to talk about their feelings. They let to approach them only people that are on the same intellectual level with them and that share the same views on life.

FEBRUARY

You need to treat February females with patience, and they are very romantic. They change their mood too fast, and not everyone can understand them. These women have a slightly abstract way of thinking. You must know that, if you cheat on them, you are never going to see them again.

MARCH

Charisma and charm are very specific for women born in March. They are very dedicated and loyal. It is very hard for these ladies to fall in love. It is a real pleasure to live with a person that is born in March.

APRIL

These females can interact quite easily with every person. At times, they know to pity themselves. If they are angry, you better move away. The April girl is going to make you the happiest man on Earth. If you earn their trust, try not to lose it and they will open their soul completely.

MAY

Women born in May are very loyal and persistent to the principles they have. They can become dangerous to any man who falls in love with them. This is the reason why you are going to remember them as long as they are alive.

JUNE

June girls are very curious, creative and communicative. They speak before they think. They don’t want to speak from the back, and prefer to tell the truth in the face.

JULY

July ladies are very honest, beautiful, mysterious, sensitive and intelligent. They are very polite to everyone and they try to avoid conflicts and issues. You can easily lose them forever, and if you cheat on them, they will never forget till the rest of their life.

AUGUST

This is very interesting combination of self-centeredness and great heart. Be careful with these ladies and try not to mess with them, as sooner or later she will always win. Woman born in this month have an exceptional sense of humor, but they don’t like being mocked. They always want to be the center of the attention and never suffer from the attention of men. In their presence men lose their heads.

SEPTEMBER

Kind, disciplined and beautiful are characteristics for these ladies. They never forgive those who will betray them. If you hurt them, they will seek revenge. September ladies want long relationships. They are very critical and have high expectations of their partners. The man who would prove, will win.

OCTOBER

These ladies have strong character. They don’t want to cry in front of other people, but they are very emotional. They don’t open their soul to everyone because they think that some people tend to abuse it.The other women very often hate them since they envy them.

NOVEMBER

November ladies can easy recognize a lie, and they are always one step ahead of the others. Don’t play with these women. If you are ready to hear the truth, you should never ask them for their opinion.

DECEMBER

The ladies born in December can be very impatient, but lucky, since they always find a way to get out of any situation as winners. These women know how to lift the mood. They have an open heart. They are disposed to be hurt a lot, but since God is on their side, at the end these females get what they deserve.

Saturday 30 July 2016

एक पुत्र अपने पिता के विषय में उम्र के अलग-अलग पड़ाव पर क्या विचार रखता है....



4 वर्ष    :  मेरे पापा महान है ।

6 वर्ष    :  मेरे पापा सबकुछ जानते है, वे सबसे होशियार है।।    

10 वर्ष  :  मेरे पापा अच्छे है, परन्तु गुस्से वाले है।

12 वर्ष  :  मैं जब छोटा था, तब मेरे पापा मेरे साथ अच्छा व्यवहार करते थे ।

16 वर्ष  :  मेरे पापा वर्तमान समय के साथ नही चलते, सच पूछो तो उनको कुछ भी ज्ञान ही  नही है !

18 वर्ष  :  मेरे पापा दिनों दिन चिड़चिड़े और अव्यवहारिक होते जा रहे है।

20 वर्ष  :  ओहो... अब तो पापा के साथ रहना ही असहनीय हो गया है....मालुम नही मम्मी इनके साथ कैसे रह पाती है।

25 वर्ष  :  मेरे पापा हर बात में मेरा विरोध करते है, कौन जाने, कब वो दुनिया को समझ सकेंगे।

30 वर्ष  :  मेरे छोटे बेटे को सम्भालना मुश्किल होता जा रहा है... बचपन में मै अपने पापा से कितना डरता था ?

40 वर्ष  :  मेरे पापा ने मुझे कितने अनुशासन से पाला था, आजकल के लड़को में कोई अनुशासन और शिष्टाचार ही नही है।

50 वर्ष  :  मुझे आश्चर्य होता है, मेरे पापा ने कितनी मुश्किलें झेल कर हम चार भाई-बहनो को बड़ा किया, आजकल तो एक सन्तान को बड़ा करने में ही दम निकल जाता है।

55 वर्ष  :  मेरे पापा कितनी दूरदृष्टि वाले थे, उन्होंने हम सभी भाई-बहनो के लिये कितना व्यवस्थित आयोजन किया था, आज वृद्धावस्था में भी वे संयमपुर्वक जीवन जी सकते है।

60 वर्ष  :  मेरे पापा महान थे, वे जिन्दा रहे तब तक हम सभी का पूरा ख्याल रखा।
 सच तो यह है की..... पापा ( पिता ) को अच्छी तरह समझने में पुरे 60 साल लग गये ।

*कृपया आप अपने पापा को समझने में इतने वर्ष मत लगाना, समय से चेत जाना, और पिता की महानता को बराबर समझ लेना...

Friday 29 July 2016

बारिश पड़े तो भागिए नहीं....... छत नहीं खोजिये..

बारिश पड़े तो भागिए नहीं....... छत नहीं खोजिये........ छाते कभी-कभार बंद रखिये...... किस बात का डर है......? भीग जायेंगे न...........?
तो क्या हुआ...... पिघलेंगे नहीं.. ....फिर से सूख जायेंगे.. ....
तेजाब नहीं बरस रहा है........
आपकी 799 वाली टी-शर्ट भी सूख जायेगी.... ब्रांड भी उसका Levis से Lebis नहीं हो जायेगा..... ...
मोबाइल पालीथिन में कस के रख लीजिये.....
सड़क साफ़ है.. .....कोई नहीं आएगा.......
उस स्ट्रीट लैम्प की पीली रौशनी में डिस्को करती बूंदों को देखिये..........



थोड़ा धीरे चलिए.......
जल्दी पहुंच के भी क्या बदल जाना है......
बारिश बदलाव है....... मौसम का.... मन का..... कल्पनाओं का....... और लाइफ के गियर का...... दिमाग से दिल की तरफ........
सब धुल रहा है........ प्रकृति सब कुछ धो रही है.. ........आप क्यूँ उसी मनहूसियत की चीकट लपेटे घूम रहे हैं.........
याद कीजिये...........
वो कागज़ की नाव, कॅालेज/कोचिंग में भीगे सिर आए वो लड़की, लड़के, बारिश में जबरदस्ती नाचने को खींच कर ले गये दोस्त........
सब चलते-चलते याद कीजिये.........
दुहराना आसान नहीं होता........ दुहराना चाहिए भी नहीं........ लेकिन सहेजा तो जा ही सकता है.......... ताकि ऐसी किसी बारिश में चलते-चलते सोच के मुस्कुराया भी जा सके.........
ज़ुकाम से मत डरिये.........दवा से सही हो जायेगा.........
बारिश से डरेंगे तो फिर ज़ुकाम आपका महंगा वाला शावर भी ठीक नहीं कर पायेगा.........
और वैसे भी........ मैंने शावर में सिर्फ लोगों को रोते सुना है......... मुस्कुराते नहीं........क्योंकि उनका गाना भी रोने से कम नहीं होता है..........
बारिश आई है........... थोड़ा चल लीजिये..........थोड़ा भीग लीजिये...........खुद से मिल लीजिये.........थोड़ा मुस्कुरा भी लीजिये.......
क्योंकि बारिश चन्द दिनों के लिये आई है.......
जैसे सावन में बिटिया घर आई हो.........
चली जायेगी वापस............फिर न रोइयेगा कि अब कब आयेगी..........
बारिश हो रही है...........उसके सहारे कुछ पल अपने लिये भी जी लेने की कोशिश कर लीजिये.......

Very beautifully written by Gulzar 👇 Worth reading ;


लोग सच कहते हैं -
औरतें बेहद अजीब होतीं है

रात भर पूरा सोती नहीं
थोड़ा थोड़ा जागती रहतीं है
नींद की स्याही में
उंगलियां डुबो कर
दिन की बही लिखतीं
टटोलती रहतीं है
दरवाजों की कुंडियाॅ
बच्चों की चादर
पति का मन..
और जब जागती हैं सुबह
तो पूरा नहीं जागती
नींद में ही भागतीं है

सच है, औरतें बेहद अजीब होतीं हैं

हवा की तरह घूमतीं, कभी घर में, कभी बाहर...
टिफिन में रोज़ नयी रखतीं कविताएँ
गमलों में रोज बो देती आशाऐं

पुराने अजीब से गाने गुनगुनातीं
और चल देतीं फिर
एक नये दिन के मुकाबिल
पहन कर फिर वही सीमायें
खुद से दूर हो कर भी
सब के करीब होतीं हैं

औरतें सच में, बेहद अजीब होतीं हैं

कभी कोई ख्वाब पूरा नहीं देखतीं
बीच में ही छोड़ कर देखने लगतीं हैं
चुल्हे पे चढ़ा दूध...

कभी कोई काम पूरा नहीं करतीं
बीच में ही छोड़ कर ढूँढने लगतीं हैं
बच्चों के मोजे, पेन्सिल, किताब
बचपन में खोई गुडिया,
जवानी में खोए पलाश,

मायके में छूट गयी स्टापू की गोटी,
छिपन-छिपाई के ठिकाने
वो छोटी बहन छिप के कहीं रोती...

सहेलियों से लिए-दिये..
या चुकाए गए हिसाब
बच्चों के मोजे, पेन्सिल किताब

खोलती बंद करती खिड़कियाँ
क्या कर रही हो?
सो गयी क्या ?
खाती रहती झिङकियाँ

न शौक से जीती है ,
न ठीक से मरती है
कोई काम ढ़ंग से नहीं करती है

सच है, औरतें बेहद अजीब होतीं हैं ।

कितनी बार देखी है...
मेकअप लगाये,
चेहरे के नील छिपाए
वो कांस्टेबल लडकी,
वो ब्यूटीशियन,
वो भाभी, वो दीदी...

चप्पल के टूटे स्ट्रैप को
साड़ी के फाल से छिपाती
वो अनुशासन प्रिय टीचर
और कभी दिख ही जाती है
कॉरीडोर में, जल्दी जल्दी चलती,
नाखूनों से सूखा आटा झाडते,

सुबह जल्दी में नहाई
अस्पताल मे आई वो लेडी डॉक्टर
दिन अक्सर गुजरता है शहादत में
रात फिर से सलीब होती है...

सच है, औरतें बेहद अजीब होतीं हैं

सूखे मौसम में बारिशों को
याद कर के रोतीं हैं
उम्र भर हथेलियों में
तितलियां संजोतीं हैं

और जब एक दिन
बूंदें सचमुच बरस जातीं हैं
हवाएँ सचमुच गुनगुनाती हैं
फिजाएं सचमुच खिलखिलातीं हैं

तो ये सूखे कपड़ों, अचार, पापड़
बच्चों और सारी दुनिया को
भीगने से बचाने को दौड़ जातीं हैं...

सच है, औरतें बेहद अजीब होतीं हैं ।

खुशी के एक आश्वासन पर
पूरा पूरा जीवन काट देतीं है
अनगिनत खाईयों को
अनगिनत पुलो से पाट देतीं है.

सच है, औरतें बेहद अजीब होतीं हैं ।

ऐसा कोई करता है क्या?
रस्मों के पहाड़ों, जंगलों में
नदी की तरह बहती...
कोंपल की तरह फूटती...

जिन्दगी की आँख से
दिन रात इस तरह
और कोई झरता है क्या?
ऐसा कोई करता है क्या?

सच मे, औरतें बेहद अजीब होतीं हैं

(हमारे जीवन में ख़ुशी, समर्पण और प्रेम बरसाने वाली हर महिला को सादर समर्पित)

बीवी गांव वाली हो या पढ़ी-लिखी, सभी औरतों का दिमाग ऊपर वाला एक ही फैक्टरी में बनाता है !!!!


आप उस दिमाग को जानना चाहते हैं ना..

➡चावल में पानी ज्यादा हुआ तो...
           💁  - "चावल नया था,"

➡रोटियाँ कड़क हो गई तो...
     💁- "कमबख्त ने अच्छा आटा पीस कर ही नहीं दिया,"

➡चाय ज्यादा मीठी हो गयी...
       💁 - "शक्कर ही मोटी थी"

चाय पतली हो गयी तो ...
💁"दूध में पानी ज्यादा था,"

➡शादी या किसी Function में जाते समय...
             💁 - "कौन सी साड़ी पहनूं ?"
"मेरे पास अच्छी साड़ी ही नहीं है !"

➡घर पर जल्दी आ गए तो...
             💁 -"आज जल्दी कैसे आ गए ?"

➡लेट हो गए तो....
         💁 - "इतने वक़्त तक कहाँ थे ?"

➡कोई चीज सस्ती मिल जाए तो...
    💁- "तुमको सभी फंसा देते हैं" ...

➡महंगी लाई तो...
         💁-"तुमको किसने कहा था लाने को ?"

➡खाने की तारीफ़ कर दो तो...
           💁 - "मैं तो रोज ऐसा ही खाना बनाती हूँ ."

➡खाने को गलत कहा तो...
    💁  - "तुमको तो मेरी कदर ही नहीं"....

➡कोई काम करो तो...
     💁   - "एक काम कभी ढंग से करते नहीं..".

➡और न किया तो...
 💁  - "तुम्हारे भरोसे रहे तो कोई काम नहीं होने वाला."..

नुस्खा यह है कि...👇
1 )खुद का ध्यान रखें,
2) शांत रहने का प्रयास करें.
3) डरना नहीं,
4) ईश्वर आपके साथ है...
         
       
🔵🔵🔵🔵😄😄😄🔵🔵🔵🔵
सभी विवाहित पुरुषों को प्रेषित😜

 जब पति से कप टूटता है तब
बीबी -- हा सब कुछ तोड़ दो ..दिखता नही क्या
😜 😂 😜
जब बीबी से कप टूटे
ये कप यहाँ किसने रखा ??

Wednesday 27 July 2016

yeh Sundar kavita ......har rishtey ke liye sahi hai:)





मैं रूठा, तुम भी रूठ गए
फिर मनाएगा कौन ?

आज दरार है, कल खाई होगी
फिर भरेगा कौन?

मैं चुप, तुम भी चुप
इस चुप्पी को फिर तोडे़गा कौन ?

बात छोटी को लगा लोगे दिल से,
तो रिश्ता फिर निभाएगा कौन ?

दुखी मैं भी और  तुम भी बिछड़कर,
सोचो हाथ फिर बढ़ाएगा कौन ?

न मैं राजी, न तुम राजी,
फिर माफ़ करने का बड़प्पन दिखाएगा कौन ?

डूब जाएगा यादों में दिल कभी,
तो फिर धैर्य बंधायेगा कौन ?

एक अहम् मेरे, एक तेरे भीतर भी,
इस अहम् को फिर हराएगा कौन ?

ज़िंदगी किसको मिली है सदा के लिए ?
फिर इन लम्हों में अकेला रह जाएगा कौन ?

मूंद ली दोनों में से गर किसी दिन एक ने आँखें....
तो कल इस बात पर फिर पछतायेगा कौन ?

Respect each other
Ignore mistakes
Avoid ego

Be happy and live happily

Tuesday 26 July 2016

As funny algorithm for work deliver

Project Manager is a Person who thinks nine women can deliver a baby in One month.
🔆🌱🔆🌱🔆

Procurement manager is a Person who thinks it will take 18 months to deliver a Baby.


Operations Head is one who thinks single woman can deliver nine babies in one month if works harder.


Marketing Manager is a person who convinces anyone that he can deliver a baby even if no man and woman are available.


Financial Budget*Team thinks they don't need a man or woman; they'll produce a child with zero resources.


Planning Team thinks they don't care whether the child is delivered, they'll just document 9 months.


Quality Auditor is the person who is never happy with a delivered baby.


HR Manager is a person who thinks that... a Donkey can deliver a Human Baby - if given 9 Months.
🔆🌱🔆🌱🔆

Customer*is the one who doesn't know why he wants a baby….!!!!!

Sunday 24 July 2016

आजकल घर बैठे मोबाईल सें बुक कराके कुछ भी मंगा लो...।

आजकल घर बैठे मोबाईल सें बुक कराके कुछ भी मंगा लो...।

मैं होटल मे फ़ोन लगाया...tring tring..

मोतीस्वीट्स मे आपका स्वागत है कहिए क्या चाहिए।

मीठा चाहिए।

लड्डू के लिए एक दबाए
रसगुल्ला के लिए दो दबाए
गुलाबजामुन के लिए तीन।
मैने कहा लड्डू चाहिए।
बूंदी के लिए एक दबाए
मगज के लिए दो दबाए
सोंठ के लिए तीन।
मैने एक दबाया..बूंदी चाहिए।

एक पाव के लिए एक दबाए
एक किलो के लिए दो दबाए
एक क्विंटल के लिए तीन।

गलती से तीसरा बटन दब गया। डर के मारे फोन काट दिया पर  अगले ही पल मिनट फ़ोन आया -

 आपसे एक क्विंटल लड्डू का आर्डर मिला है पता बताए।

मैं बोला - मैं तोफोन ही नहीँ किया हूँ।

आपके भाई ने किया होगा इसी नंबर से था..अपने भाई को फ़ोन दीजिए।

मैं बोला -हम लोग छः भाई है

बड़े से बात के लिए एक दबाए

उससे छोटे के लिए दो दबाए

उससे छोटे के लिए तीन

उससे छोटे के लिए चार

उसने फ़ोन काट दिया।

एक सेठ के पास एक व्यक्ति काम करता था ।

एक सेठ के पास एक व्यक्ति काम करता था । सेठ उस व्यक्ति पर बहुत विश्वास करता था जो भी जरुरी काम हो वह सेठ हमेशा उसी व्यक्ति से कहता था।
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🔹वो व्यक्ति भगवान का बहुत बड़ा भक्त था वह सदा भगवान के चिंतन भजन कीर्तन स्मरण सत्संग आदि का लाभ लेता रहता था ।
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🔸एक दिन उस वक्त ने सेठ से श्री जगन्नाथ धाम यात्रा करने के लिए कुछ दिन की छुट्टी मांगी सेठ ने उसे छुट्टी देते हुए कहा भाई मैं तो हूं संसारी आदमी हमेशा व्यापार के काम में व्यस्त रहता हूं जिसके कारण कभी तीर्थ गमन का लाभ नहीं ले पाता ।
🔹तुम जा ही रहे हो तो यह लो 100 रुपए मेरी ओर से इससे श्री जगन्नाथ प्रभु के चरणों में समर्पित कर देना । भक्त सेठ से सौ रुपए लेकर श्री जगन्नाथ धाम यात्रा पर निकल गया .
🔸कई दिन की पैदल यात्रा करने के बाद वह श्री जगन्नाथ पुरी पहुंचा ।
मंदिर की ओर प्रस्थान करते समय उसने रास्ते में देखा कि बहुत सारे संत , भक्त जन, वैष्णव जन, हरि नाम संकीर्तन बड़ी मस्ती में कर रहे हैं ।
🔹सभी की आंखों से अश्रु धारा बह रही है । जोर-जोर से हरि बोल, हरि बोल गूंज रहा है । संकीर्तन में बहुत आनंद आ रहा था । भक्त भी नहीं रुक कर हरिनाम संकीर्तन का आनंद लेने लगा ।
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🔸फिर उसने देखा कि संकीर्तन करने वाले भक्तजन इतनी देर से संकीर्तन करने के कारण उनके होंठ सूखे हुए हैं वह दिखने में कुछ भूखे ही प्रतीत हो रहे थे उसने सोचा क्यों ना सेठ के सौ रुपए से इन भक्तों को भोजन करा दूँ।
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🔹उसने उन सभी को उस सौ रुपए में से भोजन की व्यवस्था कर दी। सबको भोजन कराने के बाद उसे भोजन व्यवस्था में उसे कुल 98 रुपए खर्च करने पड़े ।
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🔸उसके पास दो रुपए बच गए उसने सोचा चलो अच्छा हुआ दो रुपए जगन्नाथ जी के चरणों में सेठ के नाम से चढ़ा दूंगा । जब सेठ पूछेगा तो मैं कहूंगा वह पैसे चढ़ा दिए । सेठ यह नहीं कहेगा 100 रुपए चढ़ाए । सेठ पूछेगा पैसे चढ़ा दीजिए। मैं बोल दूंगा कि , पैसे चढ़ा दिए । झूठ भी नहीं होगा और काम भी हो जाएगा ।
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🔹वह भक्त श्री जगन्नाथ जी के दर्शनों के लिए मंदिर में प्रवेश किया श्री जगन्नाथ जी की छवि को निहारते हुए हुए अपने हृदय में उनको विराजमान कराया ।अंत में उसने सेठ के दो रुपए श्री जगन्नाथ जी के चरणो में चढ़ा दिए ।और बोला यह दो रुपए सेठ ने भेजे हैं ।
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🔸उसी रात सेठ के पास स्वप्न में श्री जगन्नाथ जी आए और बोले सेठ तुम्हारे 98 रुपए मुझे मिल गए हैं यह कहकर श्री जगन्नाथ जी अंतर्ध्यान हो गए ।
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🔹सेठ सोचने लगा मेरा नौकर बड़ा ईमानदार है ,पर अचानक उसे क्या जरुरत पड़ गई थी वह दो रुपए भगवान को कम चढ़ाया? उसने दो रुपए का क्या खा लिया ? उसे ऐसी क्या जरूरत पड़ी ? ऐसा विचार सेठ करता रहा ।
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🔸काफी दिन बीतने के बाद भक्त वापस गांव आया और सेठ के पास पहुंचा। सेठ ने कहा कि मेरे पैसे जगन्नाथ जी को चढ़ा दी ? भक्त बोला हां मैंने पैसे चढ़ा दिए ।
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🔹सेठ ने कहा पर तुमने 98 रुपए क्यों चढ़ाए दो रुपए किस काम में प्रयोग किए । तब भक्त ने सारी बात बताई की उसने 98 रुपए से संतो को भोजन करा दिया था । और ठाकुर जी को सिर्फ दो रुपए चढ़ाये थे ।
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🔸सेठ बड़ा खुश हुआ वह भक्त के चरणों में गिर पड़ा और बोला आप धन्य हो आपकी वजह से मुझे श्री जगन्नाथ जी के दर्शन नहीं बैठे-बैठे हो गए।
🔹भगवान को आपके धन की कोई आवश्यकता नहीं है । भगवान को वह 98 रुपए स्वीकार है जो उनके भक्तों की सेवा में खर्च किए गए और उस दो रुपए की कोई महत्व नहीं है जो उनके चरणों में नगद चढ़ाए गए । भक्ति प्रिय माधव भगवान को भक्ति ही प्रिय है और वह भक्तों के पास होती है। अतः भगवान स्वंय भक्तों की भक्ति व सेवा करते हैं व कोई करे तो अत्यंत प्रसन्न होते है।
[22:35, 7/22/2016] ishita sahu: 🔔👉
प्रशन:-कई बार प्रसाद लेते समय तीन चीजे आ जाने पर हम वहम मानते है, तीन के अंक को अशुभ सा मानते है क्यूँ?,
उत्तर:-यह सब भ्रांतियाँ मात्र ही है। एक तो भ्रान्ति दूसरी बात ध्यान दो की प्रसाद के मामले मे जब हम तीन का विरोध करते है तो कही न कही भीतर लोभ के कारण चार चीज के लिए  भी करते है। क्योंकि अगर तीन का वहम ही है तो वहम दूर करने के लिए तो चुपचाप एक चीज छोड़ क्यों नही देते, चौथी चीज के लिये क्यों बोलते है? जहॉ तक तीन अंक की बात है केवल भ्रान्ति ही है। बल्कि तीन पर तो संसार टिका है। देवियाँ तीन, देव तीन, लोक तीन, वैष्णो देवी पिण्डी दर्शन तीन, गुण तीन, तीन काल, आध्यत्म जगत अनुसार जीवन मन, शरीर व् आत्मा पर आधारित यानि तीन का तो विशेष महत्व मानो।अतः मन के खेल कोई अच्छा नही कोई बुरा नही, वहम छोडो।

खूबसूरत वार्ता -

एक बहुत अमीर आदमी ने रोड के किनारे एक भिखारी से पूछा.. "तुम भीख क्यूँ मांग रहे हो जबकि तुम तन्दुरुस्त  हो...??"

भिखारी ने जवाब दिया... "मेरे पास महीनों से कोई काम नहीं है...
अगर आप मुझे कोई नौकरी दें तो मैं अभी  से भीख मांगना छोड़ दूँ"

अमीर मुस्कुराया और कहा.. "मैं तुम्हें कोई नौकरी तो नहीं दे सकता ..
लेकिन मेरे पास इससे भी अच्छा कुछ है...
क्यूँ नहीं तुम मेरे बिज़नस पार्टनर बन जाओ..."

भिखारी को उसके  कहे पर यकीन नहीं हुआ...
"ये आप क्या कह रहे हैं क्या ऐसा मुमकिन है...?"

"हाँ मेरे पास एक चावल का प्लांट है.. तुम चावल बाज़ार में सप्लाई करो और जो भी मुनाफ़ा होगा उसे हम महीने के अंत में आपस में बाँट लेंगे.."

भिखारी के आँखों से ख़ुशी के आंसू निकल पड़े...
" आप मेरे लिए जन्नत के फ़रिश्ते बन कर आये हैं मैं किस कदर आपका शुक्रिया अदा करूँ.."

फिर अचानक वो चुप हुआ और कहा.. "हम मुनाफे को कैसे बांटेंगे..?
क्या मैं 20% और आप 80% लेंगे ..या मैं 10% और आप 90% लेंगे..
जो भी हो ...मैं तैयार हूँ और बहुत खुश हूँ..."

अमीर आदमी ने बड़े प्यार से उसके सर पर हाथ रखा ..
"मुझे मुनाफे का केवल 10% चाहिए बाकी 90% तुम्हारा ..ताकि तुम तरक्की कर सको.."

भिखारी अपने घुटने के बल  गिर पड़ा.. और रोते हुए बोला...
"आप जैसा कहेंगे मैं वैसा ही करूंगा... मैं आपका बहुत शुक्रगुजार हूँ ...।

और अगले दिन से भिखारी ने काम शुरू कर दिया ..उम्दा चावल और
बाज़ार से सस्ते... और दिन रात की मेहनत से..बहुत जल्द ही उसकी बिक्री
काफी बढ़ गई... रोज ब रोज तरक्की होने लगी....

और फिर वो दिन भी आया जब मुनाफा बांटना था.

और वो 10% भी अब उसे बहुत ज्यादा लग रहा  था... उतना उस भिखारी ने कभी सोचा भी नहीं था... अचानक एक शैतानी ख्याल उसके दिमाग में आया...

"दिन रात मेहनत मैंने की है...और उस अमीर आदमी ने कोई भी काम नहीं किया.. सिवाय मुझे अवसर देने की..मैं उसे ये 10% क्यूँ दूँ ...वो इसका
हकदार बिलकुल भी नहीं है..।

और फिर वो अमीर आदमी अपने नियत समय पर मुनाफे में
अपना हिस्सा 10% वसूलने आया और भिखारी ने जवाब दिया
" अभी कुछ हिसाब बाक़ी है, मुझे यहाँ नुकसान हुआ है, लोगों से कर्ज की अदायगी बाक़ी है, ऐसे शक्लें बनाकर उस अमीर आदमी को हिस्सा देने को टालने लगा."

अमीर आदमी ने कहा के "मुझे पता है तुम्हे कितना मुनाफा हुआ है फिर कयुं तुम मेरा हिस्सा देनेसे टाल रहे हो ?"

उस भिखारी ने तुरंत जवाब दिया "तुम इस मुनाफे के हकदार नहीं हो ..क्योंकि सारी मेहनत मैंने की है..."

अब सोचिये...
अगर वो अमीर हम होते और भिखारी से ऐसा जवाब सुनते ..
तो ...हम क्या करते ?

ठीक इसी तरह.........
भगवान  ने हमें जिंदगी दी..हाथ- पैर..आँख-कान.. दिमाग दिया..
 समझबूझ  दी...बोलने को जुबान दी...जज्बात दिए..."

हमें याद रखना चाहिए कि दिन के 24 घंटों में  10% भगवान  का हक है....
हमें इसे राज़ी ख़ुशी भगवान के नाम सिमरन में अदा करना चाहिए..और...भगवान का शुक्रिया अदा करना चाहिए  जिसने हमें  जिंदगी दी सुख दिए ।

"देखते ही देखते जवान माँ-बाप बूढ़े हो जाते हैं"


***

देखते ही देखते जवान माँ-बाप बूढ़े हो जाते हैं..

सुबह की सैर में कभी चक्कर खा जाते है ..

सारे मौहल्ले को पता है...पर हमसे छुपाते है
दिन प्रतिदिन अपनी खुराक घटाते हैं
और
तबियत ठीक होने की बात फ़ोन पे बताते है.
ढीली हो गए कपड़ों को टाइट करवाते है,

देखते ही देखते जवान माँ-बाप बूढ़े हो जाते हैं..

किसी के देहांत की खबर सुन कर घबराते है,
और अपने परहेजों की संख्या बढ़ाते है,
हमारे मोटापे पे हिदायतों के ढेर लगाते है,
"रोज की वर्जिश"के फायदे गिनाते है.
‘तंदुरुस्ती हज़ार नियामत "हर दफे बताते है,

देखते ही देखते जवान माँ-बाप बूढ़े हो जाते हैं..

हर साल बड़े शौक से अपने बैंक जाते है,
अपने जिन्दा होने का सबूत देकर हर्षाते है,

जरा सी बढी पेंशन पर फूले नहीं समाते है,
और FIXED DEPOSIT रिन्ऊ करते जाते है,
खुद के लिए नहीं हमारे लिए ही बचाते है.

देखते ही देखते जवान माँ-बाप बूढ़े हो जाते हैं..

चीज़ें रख के अब अक्सर भूल जाते है,
फिर उन्हें ढूँढने में सारा घर सर पे उठाते है,
और एक दूसरे को बात बात में हड़काते है,
पर एक दूजे से अलग भी नहीं रह पाते है.

एक ही किस्से को बार बार दोहराते है,

देखते ही देखते जवान माँ-बाप बूढ़े हो जाते हैं..

चश्में से भी अब ठीक से नहीं देख पाते है,
बीमारी में दवा लेने में नखरे दिखाते है,
एलोपैथी के बहुत सारे साइड इफ़ेक्ट बताते है,
और होमियोपैथी/आयुर्वेदिक की ही रट लगाते है,
ज़रूरी ऑपरेशन को भी और आगे टलवाते है.

देखते ही देखते जवान माँ-बाप बूढ़े हो जाते हैं..

उड़द की दाल अब नहीं पचा पाते है,
लौकी तुरई और धुली मूंगदाल ही अधिकतर खाते है,
दांतों में अटके खाने को तिली से खुजलाते हैं,
पर डेंटिस्ट के पास जाने से कतराते हैं,
"काम चल तो रहा है" की ही धुन लगाते है.

देखते ही देखते जवान माँ-बाप बूढ़े हो जाते हैं..

हर त्यौहार पर हमारे आने की बाट देखते है,
अपने पुराने घर को नई दुल्हन सा चमकाते है,
हमारी पसंदीदा चीजों के ढेर लगाते है,
हर छोटी बड़ी फरमाईश पूरी करने के लिए माँ रसोई और पापा बाजार दौडे चले जाते है,

पोते-पोतियों से मिलने को कितने आंसू टपकाते है,

देखते ही देखते जवान माँ-बाप बूढ़े हो जाते है..
**
देखते ही देखते जवान माँ-बाप बूढ़े हो जाते है..

mobile chori hone par kya karex

mobile chori hone par kya kare
आजकल हम सभी के पास महंगे मोबाइल फोन होते है ।अगर आपका फोन  गुम हो जाता है तो आप उसे वापस कैसे  पा सकते है ।

इसी विषय पर एक रोचक जानकारी साझा कर रहा हूं ।

प्रत्येक मोबाइल का IMEI(International Mobile Equipment Identity) no. होता है । इसके माध्यम से आप विश्व में कही भी अपना मोबाइल ट्रैक कर सकते है ।

यह कैसे काम करता है :-

1. अपने फोन से *#06#डायल करें ।
2. आपका फोन  15 अंको का एक युनिक कोडदिखाएगा ।
3.  इसे संभाल कर कहीं लिख लें, फोन मे न सेव करें ।
4.  अगर आपका फोन गुम हो जाए तो इस नम्बर को नीचे लिखी डिटेल के साथ _*cop@vsnl.net*_ पर ईमेल कर दें ।

Your name:-___
Address :- ______
Phone model :-___
Make :-____
Last used no. :-___
Email for *communication:__
Missed date:- ____
IMEI no :- ____

5.  पुलिसमे जाने की जरूरत नही ।
6.  आपका फोन अगले चौबीस घंटो मे  जीपीआरएस के जरिए ट्रैक हो जाएगा ।और आपका हैंडसेट आपका नंबर बदल जाने की दशा मे भी मिल जाएगा ।

दोस्तों इस महत्वपूर्ण जानकारी को शेयर करें ।धन्यवाद ।

लघु कथा ( गुड बाय, मॉम )



सुपर मार्केट में शॉपिंग करते हुए एक युवक ने नोटिस किया कि एक बूढ़ी अम्मा उसका पीछा कर रही है।
वो रुकता तो बूढ़ी अम्मा रुक जाती।
वो चलता तो बूढ़ी अम्मा भी चलने लगती।

आखिर एक बार वो युवक के करीब आई और बोली---" बेटा, मेरे कारण तुम परेशान हो रहे हो। लेकिन तुम बिलकुल मेरे स्वर्गवासी बेटे जैसे दिखते हो इसलिए मैं तुम्हे देखते हुए तुम्हारे पीछे पीछे चल रही हूँ। "

युवक---" कोई बात नहीं, अम्मा जी। मुझे कोई परेशानी नहीं। "

बूढ़ी अम्मा---" बेटा, मैं जानती हूँ कि, तुम्हे अजीब लगेगा। लेकिन जब मैं स्टोर से जाऊँ तब क्या तुम मुझे एक बार ' गुड बाय, मॉम ' कहोगे, जैसा मेरा बेटा कहा करता था। मुझे बेहद ख़ुशी होगी, बेटा। "

युवक---" जी, जरूर। "

फिर, बूढ़ी अम्मा जब बाहर जाने लगी तब युवक ने जोर से आवाज लगाई---" गुड बाय, मॉम। "

बूढी अम्मा पलटी और बहुत स्नेह से युवक की तरफ देखा, मुस्कुराई और चली गई।
युवक भी बहुत खुश हुआ कि, आज वह किसी की मुस्कान का कारण बन सका।

सामान ट्रॉली में रखकर युवक काउंटर पर पहुँचा और बिल पूछा।
क्लर्क ने कहा---" 32 हजार रूपये। "

युवक---" इतना ज्यादा बिल कैसे ? मैंने तो मात्र 5 आइटम खरीदे हैं, जिनकी कीमत मुश्किल से दो - ढाई हजार होगी। "

क्लर्क---" सही कहा,सर.....लेकिन आप की मॉम बोलकर गयीं हैं कि, उन्होंने जो खरीदारी की है, उसका बिल आप पे करोगे। "

मोरल- आज कल की डोकरियां भी बहुत श्याणी हो गई हैं।

Saturday 23 July 2016

Nice lines. for Learn

घर बनाने में वक़्त लगता है
पर मिटाने में पल नहीं लगता
दोस्ती बड़ी मुश्किल से बनती हैं
पर दुश्मनी में वक़्त नहीं लगता
गुज़र जाती है उम्र रिश्ते बनाने में
पर बिगड़ने में वक़्त नहीं लगता
जो कमाता है महीनों में आदमी
उसे गंवाने में वक़्त नहीं लगता
पल पल कर उम्र पाती है ज़िंदगी
पर मिट जाने में वक़्त नहीं लगता
जो उड़ते हैं अहम के आसमानों में
जमीं पर आने में वक़्त नहीं लगता
हर तरह का वक़्त आता है ज़िंदगी में
वक़्त के गुज़रने में वक़्त नहीं लगता....

शाहरुख़ खान की फिल्मों से मिलने वाली सीख 😜😀😎😎😎

शाहरुख़ खान की फिल्मों से मिलने वाली सीख 😜😀😎😎😎
(Things to Learn From SRK Movies) :-
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कुछ कुछ होता है : दोस्त से प्यार 😀

मोहब्बतें : प्रिंसिपल की बेटी से प्यार☺

कल हो न हो : पड़ोसी की बेटी से प्यार😘

कभी ख़ुशी कभी ग़म :
नौकरानी की बेटी से प्यार😜

बाज़ीगर : दुश्मन की बेटी से प्यार😕

चेन्नई एक्सप्रेस : डॉन की बेटी से प्यार😭

कभी अलविदा न कहना :
दूसरे की बीवी से प्यार😡

परदेस : दोस्त की मंगेतर से प्यार😳

वीर-ज़ारा : पाकिस्तानी लड़की से प्यार😡😡

दिल से : आतंकवादी से प्यार🏃

मैं हूँ ना : टीचर से प्यार
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Note - SRK teaches us how to manage risky love affairs..!!!
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अरे हाँ! risky से याद आया,
The most risky love is..

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रब ने बना दी जोड़ी : खुद की बीवी से प्यार। 

खुल्ला चैलेंज👇👇

खुल्ला चैलेंज👇👇

एक 🙈 अंधे की बीबी को 🙉 बहरा भगा कर ले जा रहा था और 🙊गूँगे ने उसे देख लिया

अब 🙊 गूँगा 🙈 अंधे को कैसे बताएगा के तुम्हारी बीबी 🙉 बहरे के साथ भाग गयी

24 घण्टे का समय है आपके पास उत्तर देने के लिए🤔🤔🤔