Friday 30 March 2018

।।श्री इन्दौर चालीसा।।

।।श्री इन्दौर चालीसा।।

नमो नमो जय इन्दौर नगरी, नमो नमो जय अहिल्या नगरी।
उज्जैन तीरथ पास तुम्हारे, जहाँ क्षिप्रा के तट उजियारे।
पास तुम्हारे है ओमकारेश्वर, मांडव महेश्वर और मण्डलेश्वर।
राजवाड़ा तेरी अमिट निशानी, बात ये हर जन मन ने जानी।
माँ बिजासन का तुझमें वासा, सब इन्दौरी जिनके दासा।
हरसिद्धि मंदिर गजब विशाला, गोपाल मंदिर भी शोभावाला।
इन्दौर के कुल दैवत मल्हारी, जो शिव भोले के अवतारी।
रणजीत हनुमान यहाँ विराजे, बड़े गणपति का रूप है साजे।
माँ अन्नपूर्णा भी यहाँ पधारी, पंढ़रीनाथ की किरपा भारी।
जुनी इन्दौर शनिदेव का वासा, सदा रहे हम उनके दासा।
गोमटगिरि की महिमा अपार, जैन धर्म का यहाँ प्रचार।
करबला का नुर निराला, भागे भूत प्रेत ना मन हो काला।
यशवंत रोड़ का जो गुरुद्वारा, वाहे गुरु का गुंजे नारा।
इन्द्रेश्वर महादेव जगजाना, जिससे शहर का इन्दौर नामा।
खजराना गणेश की किरपा तुमपे,
डैली कॅालेज है खुद के दमपे।
मल्हार आश्रम की अपनी पहचान,
यहां से पढ़ के  निकले नेता महान।
क्रिश्चियन कॅालेज अति भारी, होलकर खालसा ने भी बाजी मारी।
एम वाय गीता भवन व गांधी हॅाल, सबकी अपनी एक मिसाल।
होलकर वंश का राज निराला, खुलता यहाँ किस्मत का ताला।
पोहा जलेबी यहाँ सबको भावे, कचौरी समोसा मन ललचावे।
फाग यात्रा की छटा निराली, रंग बिरंगी होली और जगमग दिवाली।
छप्पन दुकान के ये चटकारे, जीभ को ललचाते ये सब सारे।
फुटि कोठी और हवा बंगला, लाल बाग में पेड़ों का जंगला।
लता मंगेशकर सलमान खान, इन्दौर की है ये पहचान।
जॅानी वाकर यहाँ के नायक, कॅामेडी जिनकी मस्ती लायक।
सफाई रखते यहाँ हर जन, इन्दौर भारत में नम्बर वन।
संसद स्पीकर सुमित्रा ताई, कैलाशजी जैसे हैं बड़े भाई।
रमेश मैन्दोला दादा दयालु, जिनसे नगर का विकास है चालु।
ट्रेज़र आइलैण्ड की अपनी शान, सेन्ट्रल मॅाल यहाँ की शान।
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, उच्च शिक्षा का है देवालय।
सिरपुर बिलावली तालाब है जिसमें, पंछी कलरव करते इनमें।
यशवंत सागर का पानी गहरा, नगर निगम में तिरंगा लहरा।
सराफा बाज़ार की शाम सुहानी, चाट की दुकानें हैं मस्तानी।
सयाजी होटल खुब अति भावे, रेडिसन ब्लू भी नाम कमावे।
श्री माया हॅाटेल आलिशान, फॅार्च्युन लैण्डमार्क का अपना नाम।
बॅाम्बे हॅास्पिटल और अॅरोबिन्दो, मुर्दा भी हो जावे यहाँ जिन्दो।
गोकुल दास और चोइथराम, चिकित्सा जगत में इनका नाम।
इन्टरनेशनल एयरपोर्ट यहाँपे, विदेशी फ्लाइट आती जहाँपे।
सपना संगीता मस्त थियेटर, जबरदस्त आफिस कलेक्टर।
नेहरू उषा राजे स्टेडियम नामा, क्रिकेट खिलाड़ी हर एक जाना।
किशनपुरा पुल जब जो आवे, छतरियों को देख के मन हर्षावे।
मिनी मुम्बई ये कहलाता, इन्दौरियों का मन इठलाता।
चिड़ियाघर में जानवर प्यारे, एम. आर. टेन जैसे रोड़ है न्यारे।
मारोठिया सराफा जैसे हैं बाज़ार, शीतला माता भी एक बाज़ार।
आड़ा बाज़ार में महिला भारी, खजुरी बाज़ार में पुस्तक सारी।
व्हाईट चर्च छावनी जो जावे, मन में अनुपम शांति पावे।
दिल्ली मुम्बईऔर कलकत्ता, इन सब जैसी इन्दौर की सत्ता।
क्रिसेन्ट मयंक जैसे वाटर पार्क, पानी जिनका ब्ल्यु ब्ल्यु डार्क।
मेघदूत गार्डन नेहरू पार्क, हरियाली जिनकी ग्रीन ग्रीन डार्क।
जीवन ज्योति और नित्यानंद, अनाथों को मिलता यहाँ सर्वानंद।
भास्कर पत्रिका अग्निबाण, खबरों का करते जो गुणगान।
NH-3 हाईवे यहाँ से गुजरा, बम्बई बाज़ार में होता है मुजरा।
बापट रीगल जैसे हैं चौराहे, महुनाके पर पाँच पाँच राहें।
सरवटे गंगवाल बस स्टैंड, नौशाद विमल जैसे बैंड।
नूतन महाराजा विद्यालय, एन. सी. सी. का संचालय।
मिलों की झाँकी है झिलमिल, देख के आनंदित होता दिल।
दशहरा का है जो मैदान, राम चलाते वहाँ अग्निबाण।
काँच मंदिर की छटा निराली, देख के मन में आती खुशहाली।
यशवंतराव की शान अनुठी, बात है सच्ची नहीं ये झुठी।
देव गुराड़ीया रमणीय स्थल, शिव दर्शन से सब पाते फल।
उज्जयिनी उपवन है अति प्यारा, नर्मदा क्षिप्रा की यहाँ मिलती धारा।
कजली गढ़ की छटा निराली, मन को मुग्ध कर देने वाली।
रालामंडल का जो है वन, यहाँ पशु पक्षियों का अनमोल धन।
इन्दौर के लोग हैं दिलवाले, हर प्रॅाब्लम को हल कर डाले।
इन्दौर नगरी जो कोई आवे, मन इच्छित काम वो पावे।
एम पी की शान है इन्दौर, भारत की पहचान है इन्दौर।
इन्दौर तो है मेरी जान, जाने सारा हिन्दुस्तान।
ऐसा है इन्दौर हमारा, ये हमको सब जग से प्यारा।
 Love  My Indore.

Monday 26 March 2018

आदमी जब पत्तल में खाना खाता था,

आदमी जब पत्तल में खाना खाता था,
मेहमान को देख के वह हरा हो जाता था,
स्वागत में पूरा परिवार बिछ जाता था....
बाद में जब वह मिट्टी के बर्तन में खाने लगा,
रिश्तों को जमीन से जुड़कर निभाने लगा..
फिर जब पीतल के बर्तन उपयोग में लेता था,
रिश्तों को साल छः महीने में चमका लेता था...
लेकिन बर्तन कांच के जब से बरतने लगे,
एक हल्की सी चोट में रिश्ते बिखरने लगे ...
अब बर्तन, थर्मोकोल पेपर के इस्तेमाल होने लगे,
सारे सम्बन्ध भी अब यूज़ एंड थ्रो होने लगे ...
  -जय महावीर-

Tuesday 20 March 2018

हँसते हुए पेट दुखे तो मेरी कोई जिम्मेदारी नहीं


एक बार कक्षा छठवीं में चार बालकों को परीक्षा मे समान अंक मिले,

अब प्रश्न खडा हुआ कि किसे प्रथम रैंक दिया जाये ।

स्कूल प्रबन्धन ने तय किया कि प्राचार्य चारों से एक सवाल पूछेंगे,

जो बच्चा उसका सबसे सटीक जवाब देगा उसे प्रथम घोषित किया जायेगा ।

चारों बच्चे हाजिर हुए, प्राचार्य ने सवाल पूछा –

दुनिया में सबसे तेज क्या होता है ?

पहले बच्चे ने कहा,

मुझे लगता है -“विचार”सबसे तेज होता है,

क्योंकि दिमाग में कोई भी विचार तेजी से आता है, इससे तेज कोई नहीं ।

प्राचार्य ने कहा – ठीक है, बिलकुल सही जवाब है ।

दूसरे बच्चे ने कहा, मुझे लगता है –

“पलक झपकना” सबसे तेज होता है, हमें पता भी नहीं चलता और पलकें झपक जाती हैं और अक्सर कहा जाता है,”पलक झपकते”कार्य हो गया ।

प्राचार्य बोले – बहुत खूब, बच्चे दिमाग लगा रहे हैं ।

तीसरे बच्चे ने कहा –

“बिजली”, क्योंकि मेरे यहाँ गैरेज, जो कि सौ फ़ुट दूर है, में जब बत्ती जलानी होती है, हम घर में एक बटन दबाते हैं, और तत्काल वहाँ रोशनी हो जाती है,तो मुझे लगता है बिजली सबसे तेज होती है..

अब बारी आई चौथे बच्चे की ।

सभी लोग ध्यान से सुन रहे थे,

क्योंकि लगभग सभी तेज बातों का उल्लेख तीनो बच्चे पहले ही कर चुके थे ।

चौथे बच्चे ने कहा –

सबसे तेज होते हैं “दस्त”…

सभी चौंके

प्राचार्य ने कहा – साबित करो कैसे ?

बच्चा बोला,

कल मुझे दस्त हो गए थे, रात के दो बजे की बात है,

जब तक कि मैं कुछ ” विचार ” कर पाता,

या “पलक झपकाता”

या कि “बिजली” का स्विच दबाता

दस्त अपना “काम” कर चुका था ।

टीचर ने अपनी पीएचडी की डिग्री फाड़ दी है ।

इस असाधारण सोच वाले बालक को ही प्रथम घोषित किया गया।

Sunday 18 March 2018

😜padh k rona mt 😋 😢 for my Best fendzz 😘 👇



जब  बचपन  था,  तो  जवानी  एक  ड्रीम  था...

जब  जवान  हुए,  तो  बचपन  एक  ज़माना  था... !!

जब  घर  में  रहते  थे,  आज़ादी  अच्छी  लगती  थी...

आज  आज़ादी  है,  फिर  भी  घर  जाने  की  जल्दी  रहती  है... !!

कभी  होटल  में  जाना  पिज़्ज़ा,  बर्गर  खाना  पसंद  था...

आज  घर  पर  आना  और  माँ  के  हाथ  का  खाना  पसंद  है... !!!

स्कूल  में  जिनके  साथ  ज़गड़ते  थे,  आज उनको  ही  इंटरनेट  पे  तलाशते  है... !!

ख़ुशी  किसमे  होतीं है,  ये  पता  अब  चला  है...
बचपन  क्या  था,  इसका  एहसास  अब  हुआ  है...

काश  बदल  सकते  हम  ज़िंदगी  के  कुछ  साल..

.काश  जी  सकते  हम,  ज़िंदगी  फिर  एक बार...!!


👘 जब हम अपने शर्ट में हाथ छुपाते थे और लोगों से कहते फिरते थे देखो मैंने अपने हाथ जादू से हाथ गायब कर दिए
|🌀🌀

✏जब हमारे पास चार रंगों से लिखने वाली एक पेन हुआ करती थी और हम सभी के बटन को एक साथ दबाने की कोशिश किया करते थे |❤💚💙💜

👻 जब हम दरवाज़े के पीछे छुपते थे ताकि अगर कोई आये तो उसे डरा सके..👥


👀जब आँख बंद कर सोने का नाटक करते
थे ताकि कोई हमें गोद में उठा के बिस्तर तक पहुचा दे |


🚲सोचा करते थे की ये चाँद हमारी साइकिल के पीछे पीछे क्यों चल रहा हैं |🌙🚲


🔦💡On/Off वाले स्विच को बीच में
अटकाने की कोशिश किया करते थे |


🍏🍎🍉🍑🍈 फल के बीज को इस डर से नहीं खाते थे की कहीं हमारे पेट में पेड़ न उग जाए |


🍰🎂🍧🏆🎉🎁 बर्थडे सिर्फ इसलिए मनाते थे
ताकि ढेर सारे गिफ्ट मिले |

🔆फ्रिज को धीरे से बंद करके ये जानने की कोशिश करते थे की इसकी लाइट कब बंद होती हैं |


🎭  सच , बचपन में सोचते हम बड़े
क्यों नहीं हो रहे ?


और अब सोचते हम बड़े क्यों हो गए ?⚡⚡


🎒🎐ये दौलत भी ले लो.. ये शोहरत भी ले लो💕

भले छीन लो मुझसे मेरी जवानी...

मगर मुझको लौटा दो बचपन का सावन ....☔

वो कागज़ की कश्ती वो बारिश का पानी.. 🌊🌊🌊
..............
एक बात बोलु
इनकार मत करना
ये msg जीतने मरजी लोगों को send करो
जो इस msg को पढेगा
उसको उसका बचपन जरुर याद आयेगा.
क्या पता वो आपकी वजह से अपने बचपनमें चला जाए. चाहे कुछ देर के लीए ही सही।
और ये आपकी तरफ से   उसको सबसे अच्छा गिफ्ट है ।

Special Doston Ko Snd Kro...

Saturday 17 March 2018

केवल अंक ही बच्चों की योग्यता का मापदंड नही

जापान  में परीक्षा से पहले प्रिंसिपल ने बच्चों के पैरेंट्स को एक लेटर भेजा जिसका हिन्दी अनुवाद इस प्रकार है :-

डियर पैरेंट्स

 मैं जानता हूं आप इसको लेकर बहुत बेचैन हैं कि आपका बेटा इम्तिहान में अच्छा प्रदर्शन करें

लेकिन ध्यान रखें कि यह बच्चे जो इम्तिहान दे रहे हैं इनमें भविष्य के अच्छे कलाकार भी हैं जिन्हें गणित समझने की बिल्कुल जरूरत नहीं,

इनमें बड़ी बड़ी कंपनियों के प्रतिनिधि भी बैठे हैं, जिन्हें इंग्लिश लिटरेचर और इतिहास समझने की जरूरत नहीं है,

इन बच्चों में भविष्य के बड़े-बड़े संगीतकार भी हैं जिनकी नजर में केमिस्ट्री के कम अंकों का कोई महत्व नहीं,

इन सबका इनके भविष्य पर कोई असर नहीं पड़ने वाला इन बच्चों में भविष्य के एथलीट्स भी हैं जिनकी नजर में उनके मार्क्स से ज्यादा उन की फिटनेस जरूरी है|

लिहाजा अगर आपका बच्चा ज्यादा नंबर लाता है तो बहुत अच्छी बात है लेकिन अगर वह ज्यादा नंबर नहीं ला सका तो तो आप बच्चे से उसका आत्मविश्वास और उसका स्वाभिमान ना छीन ले।

अगर वह अच्छे नंबर ना ला सके तो आप उन्हें हौसला दीजिएगा की कोई बात नहीं यह एक छोटा सा इम्तिहान हैl

वह तो जिंदगी में इससे भी कुछ बड़ा करने के लिए बनाए गए हैं l

अगर वह कम मार्क्स लाते हैं तो आप उन्हें बता दें कि आप फिर भी इनसे प्यार करते हैं और आप उन्हें उन के कम अंको की वजह से जज नहीं करेंगे l

ईश्वर के लिए ऐसा ही कीजिएगा और जब आप ऐसा करेंगे फिर देखिएगा कि आपका बच्चा दुनिया भी जीत  लेगा l

एक इम्तिहान और कम नंबर आपके बच्चे से इसके सपने और इसका टैलेंट नहीं छीन सकते

और हां प्लीज ऐसा मत सोचिएगा कि इस दुनिया में सिर्फ डॉक्टर और इंजीनियर ही खुश रहते हैं

(यह सब तो क्लब 99 की रेस में लगे घोडे है)


 "अपने बच्चों को एक. अच्छा इंसान बनने की शिक्षा दीजिये.

 केवल अंक ही बच्चों की योग्यता का मापदंड नही

हिन्दू नव वर्ष की हार्दिक हार्दिक शुभकामनाये

राष्ट्रकवि दिनकर की रचना

ये धुंध कुहासा छंटने दो
          रातों का राज्य सिमटने दो
प्रकृति का रूप निखरने दो
          फागुन का रंग बिखरने दो,
प्रकृति दुल्हन का रूप धर
           जब स्नेह – सुधा बरसायेगी
शस्य – श्यामला धरती माता
           घर -घर खुशहाली लायेगी,
तब चैत्र-शुक्ल की प्रथम तिथि
           नव वर्ष मनाया जायेगा
आर्यावर्त की पुण्य भूमि पर
           जय-गान सुनाया जायेगा...

    हिन्दू नव वर्ष की हार्दिक हार्दिक शुभकामनाये

🚩॥ वन्दे मातरम॥🚩

#नारी#



"बिस्तर पर सोने को केवल चार लोगों की जगह है।"
"कोई बात नहीं मुझे तो वैसे भी नया गद्दा चुभता है। मैं ज़मीन पर सो लूँगी। आप और बच्चे बिस्तर पर सोया कीजिये।"
*
"इस बार दीवाली पर बोनस नहीं मिलेगा। पूजा तो हो जाएगी मगर नए कपड़े और खिलौने नहीं ला पाऊँगा बच्चों के लिए।"
"आप चिंता मत करिए। मैंने कुछ पैसे बचा कर रखे थे आपके पिछले महीनों के बोनस से। आप थान के कपड़े ले आइयेगा। बच्चों के नए कपड़े सिल दूँगी मैं। और खिलौने भी आ जाएंगे।"
*
"सुनो, मेरी सैलरी में इजाफ़ा हुआ है। इस बार अपने लिए एक दो सलवार-सूट सिलवा लेना।"
"मेरे पास पहनने के कपड़ों की कमी नहीं है। आपने अपने जूतों की हालत देखी है? इस बार तो आपके लिए रेड चीफ के शूज़ खरीदने हैं। और बड़ी बेटी को फैंसी ड्रेस कम्पटीशन में भाग लेना था। उसके लिए भी एक प्यारी सी ड्रेस।"
*
"माँ, खाने में तो मटर-पनीर बना था ना। तुम ये कल रात की बासी सब्जी क्यों खा रही हो?"
"अरे, मुझे मटर पनीर नहीं पसन्द, बेटा। तेरे पापा और छुटकी को पसन्द है। उनको सुबह टिफ़िन में देने के लिए बचा दी है।"
*
"सुनो, माफ़ करना, मैं इस बार फिर से हमारी शादी की सालगिरह भूल गया।"
"कोई नहीं, मैं भी भूल गयी थी। मुझे भी अपनी बेटियों ने ही याद दिलाया।"
*
"बेटी , तू दिल्ली रहकर तैयारी कर ले एग्ज़ाम की।"
"नहीं, माँ। छुटकी का नए कॉलेज में एडमिशन भी तो कराना है। मैं कोई जॉब ढूँढकर सेटल हो जाती हूँ। एक साल का ड्रॉप लेकर फिर पोस्ट-ग्रेजुएशन कर लूँगी। कोई दिक्कत नहीं है।"
*
मिडिल क्लास फैमिलीज़ में केवल अड़जस्टमेंट्स होते है ...वहां प्यार की जगह नहीं होती मगर शायद प्यार ऐसी जगहों में पलना ही पसन्द करता है... तभी तो एडजस्ट करते-करते ना जाने कब बड़ा हो जाता है प्यार... और फिर ठहर जाता है प्यार.... पीढ़ी दर पीढ़ी बढ़ता जाता है प्यार... असल मायने में दूसरों की ख़ुशियों को अपनी खुशी से ऊपर रखना ही तो होता है, प्यार....

Thursday 8 March 2018

"Time to Time Update & Upgrade"

1998 में Kodak में 1,70,000 कर्मचारी काम करते थे और वो दुनिया का 85% फ़ोटो पेपर बेचते थे..चंद सालों में ही Digital photography ने उनको बाज़ार से बाहर कर दिया.. Kodak दिवालिया हो गयी और उनके सब कर्मचारी सड़क पे आ गए।

HMT (घडी)
BAJAJ (स्कूटर)
DYNORA (टीवी)
MURPHY (रेडियो)
NOKIA (मोबाइल)
RAJDOOT (बाईक)
AMBASDOR (कार)

मित्रों,
इन सभी की गुणवक्ता में कोई कमी नहीं थी फिर भी बाजार से बाहर हो गए!!
कारण???
उन्होंने समय के साथ बदलाव नहीं किया.!!

आपको अंदाजा है कि आने वाले 10 सालों में दुनिया पूरी तरह बदल जायेगी और आज चलने वाले 70 से 90% उद्योग बंद हो जायेंगे।

चौथी औद्योगिक क्रान्ति में आपका स्वागत है...

Uber सिर्फ एक software है। उनकी अपनी खुद की एक भी Car नहीं इसके बावजूद वो दुनिया की सबसे बड़ी Taxi Company है।

Airbnb दुनिया की सबसे बड़ी Hotel Company है, जब कि उनके पास अपना खुद का एक भी होटल नहीं है।

Paytm, ola cabs , oyo rooms जैसे अनेक उदाहरण हैं।

US में अब युवा वकीलों के लिए कोई काम नहीं बचा है, क्यों कि IBM Watson नामक Software पल भर में ज़्यादा बेहतर Legal Advice दे देता है। अगले 10 साल में US के 90% वकील बेरोजगार हो जायेंगे... जो 10% बचेंगे... वो Super Specialists होंगे।

Watson नामक Software मनुष्य की तुलना में Cancer का Diagnosis 4 गुना ज़्यादा Accuracy से करता है। 2030 तक Computer मनुष्य से ज़्यादा Intelligent हो जाएगा।

2018 तक Driverless Cars सड़कों पे उतरने लगेंगी। 2020 तक ये एक अकेला आविष्कार पूरी दुनिया को बदलने की शुरुआत कर देगा।

अगले 10 सालों में दुनिया भर की सड़कों से 90% cars गायब हो जायेंगी... जो बचेंगी वो या तो Electric Cars होंगी या फिर Hybrid...सडकें खाली होंगी,Petrol की खपत 90% घट जायेगी,सारे अरब देश दिवालिया हो जायेंगे।

आप Uber जैसे एक Software से Car मंगाएंगे और कुछ ही क्षणों में एक Driverless कार आपके दरवाज़े पे खड़ी होगी...उसे यदि आप किसी के साथ शेयर कर लेंगे तो वो ride आपकी Bike से भी सस्ती पड़ेगी।

Cars के Driverless होने के कारण 99% Accidents होने बंद हो जायेंगे.. इस से Car Insurance नामक धन्धा बंद हो जाएगा।

ड्राईवर जैसा कोई रोज़गार धरती पे नहीं बचेगा। जब शहरों और सड़कों से 90% Cars गायब हो जायेंगी, तो Traffic और Parking जैसी समस्याएं स्वतः समाप्त हो जायेंगी... क्योंकि एक कार आज की 20 Cars के बराबर होगी।

आज से 5 या 10 साल पहले ऐसी कोई ऐसी जगह नहीं होती थी जहां PCO न हो। फिर जब सब की जेब में मोबाइल फोन आ गया, तो PCO बंद होने लगे.. फिर उन सब PCO वालों ने फोन का recharge बेचना शुरू कर दिया। अब तो रिचार्ज भी ऑन लाइन होने लगा है।

आपने कभी ध्यान दिया है..?

आजकल बाज़ार में हर तीसरी दुकान आजकल मोबाइल फोन की है।
sale, service, recharge , accessories, repair, maintenance की।

अब सब Paytm से हो जाता है.. अब तो लोग रेल का टिकट भी अपने फोन से ही बुक कराने लगे हैं.. अब पैसे का लेनदेन भी बदल रहा है.. Currency Note की जगह पहले Plastic Money ने ली और अब Digital हो गया है लेनदेन।

दुनिया बहुत तेज़ी से बदल रही है.. आँख कान नाक खुले रखिये वरना आप पीछे छूट जायेंगे..।

समय के साथ बदलने की तैयारी करें।

इसलिए...
व्यक्ति को समयानुसार अपने व्यापार एवं अपने स्वभाव में भी बदलाव करते रहना चाहिये।

"Time to Time Update & Upgrade"

घरेलु नुशके दातौ के लिए

 मसूर की दाल- मसूर की दाल को आग पर जलाकर इसकी राख को बारीक पीसकर मंजन बना लें और इससे प्रतिदिन सुबह-शाम मंजन करने से दांत साफ होते हैं।
 कोयला-कीकर या कोयला 50 ग्राम, भुनी फिटकरी 20 ग्राम तथा नमक लौहरी 10 ग्राम को बारीक पीस व छानकर मंजन बनाकर प्रतिदिन सुबह-शाम मंजन करने से दांत साफ व चमकदार बनते हैं।
तेजपत्ता- तेजपत्ता के सूखे पत्तों को बारीक पीसकर मंजन बनाकर रख लें और इस मंजन से हर 3 दिन में एक बार मंजन करें। यह दांतों पर जमे पीले और काले रंग के मैल को खत्म कर दांतों को साफ तथा चमकदार बनाता है।
हल्दी- 50 ग्राम पिसी हुई हल्दी तथा 5 ग्राम भुनी हुई फिटकरी को बारीक पीसकर मंजन करने से दांत साफ और चमकदार बनने लगते हैं।
 नींबू-नींबू के छिलके को सुखाकर बारीक पीसकर मंजन बनाकर प्रतिदिन दांत साफ करने से सांस की बदबू दूर होती है और दांत साफ होते हैं।
नींबू के रस निचोड़े हुए टुकड़े को दांतों पर रगड़ने से दांत साफ होते हैं।
दांतों में पीले व काले रंग के मैल को साफ करने के लिए सुबह दांत साफ करने से पहले आधा चम्मच नमक में नींबू का 4 से 5 बूंद रस मिलाकर दांत व मसूढ़ों पर मलें और 5 मिनट बाद कुल्ला करके मंजन करें। इससे दांत साफ व चमकदार बनते हैं।
दांतों में चमक लाने के लिए नमक, सरसों का तेल और नींबू का रस मिलाकर प्रतिदिन मंजन करें।
 नीम - नीम की टहनी पत्तियों सहित छाया में सुखाकर आग में जला लें और इसकी राख में लौंग मिलाकर पीसकर मंजन बना लें। इससे प्रतिदिन मंजन करने से दांत साफ व चमकदार बनते हैं तथा दांतों में कीड़े नहीं लगते हैं।
. हरड़ -  हरड़ के चूर्ण से मंजन करने से दांत साफ व मजबूज होते हैं।