Tuesday, 19 November 2013

Maa Baap Ko Mat Bhoolna

माँ की दवाई का खर्चा, उसे मज़बूरी लगता है उसे सिगरेट का धुंआ, जरुरी लगता है || फिजूल में घुमता है , दोस्तों के साथ इधर-उधर बगल के कमरे में, माँ से मिलना, मीलों की दुरी लगता है || वो घंटों लगा रहता है, फेसबुक पे अजनबियों से बतियाने में अब माँ का हाल जानना, उसे चोरी लगता है| खून की कमी से रोज मरती, बेबस लाचार माँ वो दोस्तों के लिए, पार्टी का इन्तजाम, पूरा रखता है|| वो बड़ी कार में घूमता है , लोग उसे रहीस कहते है पर बड़े मकान में , माँ के लिए जगह थोड़ी रखता है || माँ के चरण देखे , एक अरसा बीता उसका … अब उसे बीवी का ख्याल माँ से ज्यादा जरुरी लगता है||

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