एक खेल का मैदान,,,
आठ लडकियाँ अल क़तर में दौड़ ( race ) लगाने के लिए
खड़ी हैं,,
ready
steady
और धायँ,,,
और पिस्तौल की आवाज़ के साथ ही आठों लडकियां दौड़
पड़ती हैं,,,
ब-मुश्किल वो सभी ४ या ५ मीटर आगे गयी होंगी की
एक लड़की फिसल कर गिर जाती है और उसे चोट लग
जाती है,,,
दर्द के मरे वह लड़की रोने लगती है,,,,
बाकि की सातों लड़कियों को उसके रोने की आवाज़ सुनाई
पड़ती है,,
और ये क्या ,,,,,,, ??
अचानक वो सातों लडकियाँ रुक जाती हैं,,
एक पल के लिए वो सभी एक दुसरे को देखती हैं
और सातों वापस उस घायल लड़की की तरफ दौड़ पड़ती हैं,
मैदान में सन्नाटा छा गया,,,आयोजक परेशान,,अधिकारी
हैरान,,
तभी एक अप्रत्याशित घटना घटती है
वो सातों लडकियाँ अपनी घायल प्रतिभागी को उठा लेती हैं,,
और फिर चल पड़ती हैं उस तरफ जहाँ जीत
की रेखा,खीची गयी है,,
एक साथ आठों लडकियाँ उस जीत की रेखा पर पहुँच
जाती है,,
लोगों की आँखों में आँसूं,,,
मित्रों ये race
NATIONAL INSTITUTE OF MENTAL HEALTH
द्वारा
आयोजित थी
और वो आठों लडकियां मानसिक रूप से बीमार थी,,
लेकिन जो इंसानियत,,
जो मानवता,,जो प्यार,,जो sportsman ship
जो team work ,, जो समानता का भाव उन आठों ने
दिखाया
वो शायद हम जैसे मानसिक रूप से विकसित और पूर्ण रूप से
ठीक
नही दिखा पाते,,,क्यों कि,,,
हमारे पास ब्रेन है उनके पास नही था,,
हमारे पास ईगो है उनके पास नही था
हमारे पास attitude है उनके पास नही था,,,,
मित्रों,,,,
प्यार इंसान से करो उसकी औकात से नही,,
रूठो उनकी बातों से उनसे नही,,,
भूलो उनकी गलतियों को उनको नही,,,
रिश्तों से बढकर कर कुछ भी नही,,,
अगर दोस्त न मिलते तो ये कभी सकझ नही आता,,
की अजनबी लोग भी अपनों से ही नही अपनी जान से
भी प्यारे हो सकते हैं,
जय हिन्द ,वन्देमातरम्
Tuesday, 29 July 2014
Sunday, 27 July 2014
तुम्हें हर बार
तुम्हें हर बार
सिर्फ जीत चाहिए
हार ..
कभी नहीं स्वीकार !
जीत वो है
जिसे सब चाहते हैं
हार बेकार सी है
गाली है दुत्कार सी है
जीत की छोड़ी हुई
बची हुई
निकृष्ट - घिनोनी
गंदगी सी - बेचारी हार !
रोती है तड़पती है हर बार !!
ओ जीत के सिंहासन पर
विराजमान
जरा देर में जीत
हाथ से छूटेगी
और हार गले आ पड़ेगी
हा हा हा हा
तेरी ही तरह
तुझपर भी हंसेगा
जीतने वाला कोई !!
हा हा हा हा !!!
सिर्फ जीत चाहिए
हार ..
कभी नहीं स्वीकार !
जीत वो है
जिसे सब चाहते हैं
हार बेकार सी है
गाली है दुत्कार सी है
जीत की छोड़ी हुई
बची हुई
निकृष्ट - घिनोनी
गंदगी सी - बेचारी हार !
रोती है तड़पती है हर बार !!
ओ जीत के सिंहासन पर
विराजमान
जरा देर में जीत
हाथ से छूटेगी
और हार गले आ पड़ेगी
हा हा हा हा
तेरी ही तरह
तुझपर भी हंसेगा
जीतने वाला कोई !!
हा हा हा हा !!!
Saturday, 26 July 2014
A-B-C-D-नाम वाले लोग
A- अक्षर से नाम वाले लोग काफी मेहनती और धैर्य वाले होते हैं। इन्हें अट्रैक्टिव दिखना और अट्रैक्टिव दिखने वाले लोग ज्यादा पसंद होते हैं। ये खुद को किसी भी परिस्थिति में ढाल लेने की गजब की क्षमता रखते हैं। इन्हें वैसी चीज ही भाती है, जो भीड़ से अलग दिखता हो।A- अध्ययन या करियर की बात करें तो किसी भी काम को अंजाम देने के लिए चाहे जो करना पड़े ये करते हैं, लेकिन लक्ष्य तक पहुंचने से पहले ये कभी हारकर बैठते नहीं। A- ए से नाम वाले लोग रोमांस के मामले में जरा पीछे रहना ही पसंद करते हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि वे प्यार और अपने करीबी रिश्तों को अहमियत नहीं देते। बस, इन्हें इन चीजों का इजहार करना अच्छा नहीं लगता।A- चाहे बात रिश्तों की हो या फिर काम की, इनका विचार बिल्कुल खुला होता है। सच और कड़वी बात भी इन्हें खुलकर कह दी जाए तो ये मान लेते हैं, लेकिन इशारों में या घुमाकर कुछ कहना-सुनना इन्हें पसंद नहीं।A- ए से नाम वाले लोग हिम्मती भी काफी होते हैं, लेकिन यदि इनमें मौजूद कमियों की बात करें तो इन्हें बात-बात पर गुस्सा भी आ जाता है।
B
B- जिनका नाम बी अक्षर से शुरू होता है वे अपनी जिंदगी में नए-नए रास्ते तलाशने में यकीन रखते हैं। अपने लिए कोई एक रास्ता चुनकर उसपर आगे बढ़ना इन्हें अच्छा नहीं लगता। B- बी अक्षर वाले लोग ज़रा संकोची स्वभाव के होते हैं। काफी सेंसिटिव नेचर के होते हैं ये। जल्दी अपने मित्रों से भी नहीं घुलते-मिलते। इनकी लाइफ में कई राज होते हैं, जो इनके करीबी को भी नहीं पता होता। ये ज्यादा दोस्त नहीं बनाते, लेकिन जिन्हें बनाते हैं उनके साथ सच्चे होते हैं।B- रोमांस के मामले में ये थोड़े खुले होते हैं। प्यार का इजहार ये कर लेते हैं। प्यार को लेकर ये धोखा भी खूब खाते हैं। इन्हें खुद पर कंट्रोल रखना आता है। खूबसूरत चीजों के ये दीवाने होते हैं।
C
c- सी नाम के लोगों को हर क्षेत्र में खूब सफलता मिलती है। एक तो इनका चेहरा-मोहरा भी काफी आकर्षक होता है और दूसरा कि काम के मामले में भी लक इनके साथ हमेशा रहता है। इन्हें आगे बढ़ने से कोई रोक नहीं सकता है। अच्छी सूरत तो भगवान देते ही हैं इन्हें, अच्छे दिखने में ये खुद भी कभी कोई कसर नहीं छोड़ते।C- सी नाम वाले दूसरों के दुख-दर्द के साथ-साथ चलते हैं। खुशी में ये शरीक हों या न हों, लेकिन किसी के ग़म में आगे बढ़कर ये उनकी मदद करते हैं।C- सी नाम वालों के लिए प्यार के महत्व की बात करें तो ये जिन्हें पसंद करते हैं उनके बेहद करीब हो जाते हैं। यदि इन्हें अपने हिसाब के कोई न मिले तो मस्त होकर अकेले भी रह लेते हैं। वैसे स्वभाव से ये काफी इमोशनल होते हैं।
D
D- डी नाम वाले लोगों को हर मामले में अपार सफलता हाथ लगती है। कभी भाग्य साथ न भी दे तो उन्हें विचलित नहीं होना चाहिए, क्योंकि उनकी जिंदगी में आगे चलकर सारी खुशियां लिखी होती हैं। लोगों की बात पर ध्यान न देकर अपने मन की करना ही इन्हें भाता है। जो ठान लेते हैं ये, उसे कहके ही मानते हैं। इन्हें सुंदर या आकर्षक दिखने के लिए बनने-संवरने की जरूरत नहीं होती। ये लोग बॉर्न स्मार्ट होते हैं। D- किसी की मदद करने में ये कभी पीछे नहीं रहते। यहां तक ये भी नहीं देखते कि जिनकी मदद के लिए उन्होंने अपना हाथ आगे बढ़ाया है वह उनके दुश्मन की लिस्ट में हैं या दोस्त की लिस्ट में।D- डी नाम के लोग प्यार को लेकर काफी जिद्दी होते हैं। जो इन्हें पसंद हो, उन्हें पाने के लिए या फिर उनसे रिश्ता निभाने में कोई कसर नहीं छोड़ते। रिश्तों के मामले में इनपर अविश्वास करना बेवकूफी होगी।
E
E- ई या इ से नाम वाले मुंहफट किस्म के होते हैं। हंसी-मजाक की जिंदगी जीना इन्हें पसंद है। इन्हें अपने इच्छा अनुरूप सारी चीजें मिल जाती हैं। जो इन्हें टोका टाकी करे, उनसे किनारा भी तुरंत हो लेते हैं।E- ई या इ नाम वाले लोग जिंदगी को बेतरतीव जीना पसंद नहीं करते। इन्हें सारी चीजें सलीके और सुव्यवस्थित रखना ही पसंद है। E- ई या इ से नाम वाले लोग प्यार को लेकर उतने संजीदा नहीं रहते, इसलिए इनसे रिश्ते पीछे छूटने का किस्सा लगा ही रहता है। शुरुआत में ये दिलफेंक आशिक की तरह व्यवहार करते हैं, क्योंकि इनका दिल कब किसपर आ जाए कह नहीं सकते। लेकिन एक सच यह भी है कि जिन्हें ये फाइनली दिल में बिठा लेते हैं उनके प्रति पूरी तरह से सच्चे हो जाते हैं।
F
F नाम वाले लोग काफी जिम्मेदार किस्म के होते हैं। हां, इन्हें अकेले रहना काफी भाता है। ये स्वभाव से काफी भावुक होते हैं। हर चीज को लेकर ये बेहद कॉन्फिडेंट होते हैं। सोच-समझकर ही खर्च करना चाहते हैं ये। जीवन में हर चीज इनका काफी बैलेंस्ड होता है।
F से शुरू होने वाले नाम के लोगों के लिए प्यार की काफी अहमियत होती है। ये खुद भी सेक्सी और आकर्षक होते हैं और ऐसे लोगों को पसंद भी करते हैं। रोमांस तो समझिए कूट-कूटकर इनमें भरा होता है।
G
G से शुरू होनेवाले नाम वाले लोग दूसरों की मदद के लिए हमेशा ही खड़े होते हैं। ये खुद को हर परिस्थितियों में ढाल लेते हैं। ये चीजों को गोलमोल करके पेश करना पसंद नहीं करते, क्योंकि इनका दिल बिल्कुल साफ होता है। अपने किए से जल्द सबक लेते हैं और फूंत-फूंककर कदम आगे बढ़ाते हैं ये।G से नाम वाले प्यार को लेकर ईमानदार होते हैं। प्यार के मामले में ये समझदारी और धैर्य से काम लेते हैं। कमिटमेंट से पहले किसी पर बेवजह खर्च करना इनके लिए बेकार का काम है।
H
.........
H से नाम वाले लोगों के लिए पैसे काफी मायने रखते हैं। ये काफी हंसमुख स्वभाव के होते हैं और अपने आसपास का माहौल भी एकदम हल्का-फुल्का बनाए रखते हैं। ये लोग दिल के सच्चे होते हैं। काफी रॉयल नेचर के होते हैं और मस्त मौला होकर जीवन गुजारना पसंद करते हैं। झटपट निर्णय लेना इनकी काबिलियत है और दूसरों की मदद के लिए आधी रात को भी ये तैयार होते हैं।प्यार का इजहार करना इन्हें नहीं आता, लेकिन जब ये प्यार में पड़ते हैं तो जी जीन से प्यार करते हैं। उनके लिए कुछ भी कर गुजरते हैं ये। इन्हें अपने मान-सम्मान की भी खबह चिंता होती है।
I
I से शुरू होने वाले नाम के लोग कलाकार किस्म के होते हैं। न चाहते हुए भी ये लोगों के आकर्षण का केन्द्र बने रहते हैं। हालांकि मौका पड़े तो इन्हें अपनी बात पलटने में पल भर भी नहीं लगता और इसके लिए वे यह नहीं देखते कि सही का साथ दे रहे हैं या फिर गलत का। इनके हाथ तो काफी कुछ लगता है, लेकिन उन चीजों के हाथ से फिसलने में भी देर नहीं लगती। I से नाम वाले लोग प्यार के भूखे होते हैं। आपको वैसे लोग अपनी ओर खींच पाते हैं जो हर काम को काफी सोच-विचार के बाद ही करते हैं। स्वभाव से संवेदनशील और दिखने में बेहद सेक्सी होते हैं।
J
J से नाम वाले लोगों की बात करें तो ये स्वभाव से काफी चंचल होते हैं। लोग इनसे काफी चिढ़ते हैं, क्योंकि इनमें अच्छे गुणों के साथ-साथ खूबसूरती का भी सामंजस्य होता है। जो करने की ठान लेते हैं, उसे करके ही मानते हैं ये। पढ़ने-लिखने में थोड़ा पीछे ही रहते हैं, लेकिन जिम्मेदारी की बात करें तो सबसे आगे खड़े रहेंगे ये। j से नाम वाले लोगों के चाहने वाले कई होते हैं। हमसफर के रूप में ये जिन्हें मिल जाएं समझिए खुशनसीब हैं वह। जीवन के हर मोड़ पर ये साथ निभानेवाले होते हैं।
K
K से नाम वाले लोगों को हर चीज में परफेक्शन चाहिए। चाहे बेडशीट के बिछाने का तरीका हो या फिर ऑफिस की फाइलें, सारी चीजें इन्हें सेट चाहिए। दूसरों से हटकर चलना बेहद भाता है इन्हें। ये अपने बारे में पहले सोचते हैं। पैसे कमाने के मामले में भी ये काफी आगे चलते हैं।स्वभाव से ये रोमांटिक होते हैं। अपने प्यार का इजहार खुलकर करना इन्हें खूब आता है। इन्हें स्मार्ट और समझदार साथी चाहिए और जबतक ऐसा कोई न मिले तब तक किसी एक पर टिकते नहीं ये।
L
L से शुरू होने वाले नाम के लोग काफी चार्मिंग होते हैं। इन्हें बहुत ज्य़ादा पाने की तमन्ना नहीं होती, बल्कि छोटी-मोटी खुशियों से ये खुश रहते हैं। पैसों को लेकर समस्या बनती है, लेकिन किसी न किसी रास्ते इन्हें हल भी मिल जाता है। लोगों के साथ प्यार से पेश आते हैं ये। कल्पनाओं में जीते हैं और फैमिली को अहम हिस्सा मानकर चलते हैं ये।प्यार की बात करें तो इनके लिए इस शब्द के मायने ही सबकुछ हैं। बेहद ही रोमांटिक होते हैं ये। वैसे सच तो यह है कि अपनी काल्पनिक दुनिया का जिक्र ये अपने हमसफर तक से करना नहीं चाहते। प्यार के मामले में भी ये आदर्शवादी किस्म के होते हैं।
M
M नाम से शुरू होनेवाले लोग बातों को मन में दबाने वाली प्रवृत्ति के होते हैं। कहते हैं ऐसा नेचर कभी-कभी दूसरों के लिए खतरनाक भी साबित हो जाता है। चाहे बात कड़वी हो, यदि खुलकर कोई कह दे तो बात वहीं खत्म हो जाती है, लेकिन बातों को मन रखकर उस चलने से नतीजा अच्छा नहीं रहता। ऐसे लोगों से उचित दूरी बनाए रखना बेहतर है। इनका जिद्दी स्वभाव कभी-कभार इन्हें खुद परेशानी में डाल देता है। वैसे अपनी फैमिली को ये बेहद प्यार करते हैं। खर्च करने से पहले ज्यादा सोच-विचार नहीं करते। सबसे बेहतर की ओर ये ज्यादा आकर्षित होते हैं।प्यार की बात करें तो ये संवेदनशील होते हैं और जिस रिश्ते में पड़ते हैं उसमें डूबते चले जाते हैं और इन्हें ऐसा ही साथी भी चाहिए जो इनसे जी जीन से प्यार करे।
N
N से शुरू होनेवाले नाम के लोग खुले विचारों के होते हैं। ये कब क्या करेंगे इसके बारे में ये खुद भी नहीं जानते। बेहद महत्वाकांक्षी होते हैं। काम के मामले में परफेक्शन की चाहत इनमें होती है। आपके व्यक्तित्व में ऐसा आकर्षण होता है, जो सामने वालों को खींच लाता है। ये दूसरों से पंगे लेने में ज्यादा देर नहीं लगाते। इन्हें आधारभूत चीजों की कभी कोई कमी नहीं रहती और आर्थिक दृष्टि से सम्पन्न होते हैं ये।कभी-कभार फ्लर्ट चलता है, लेकिन प्यार में वफादारी करना इन्हें आता है। स्वभाव से रोमांटिक और रिश्तों को लेकर बेहद संवेदनशील होते हैं ये।
O
o अक्षर से नाम के लोगों के स्वभाव की बात करें तो बता दें कि इनका दिमाग काफी तेज दौड़ता है। ये बोलते कम हैं और करते ज्यादा हैं, शायद यही वजह है कि ये जल्दी ही उन हर ऊंचाइयों को छू लेते हैं जिनका ख्वाब ये देखा करते हैं। इन सबके बावजूद समाज के साथ चलना इन्हें पसंद है। जीवन के हर क्षेत्र में सफल होते हैं।प्यार की बात करें तो ये ईमानदार किस्म के होते हैं। साथी को धोखा देना इन्हें पसंद नहीं और ऐसा ही उनसे भी अपेक्षा रखते हैं। जिससे कमिटमेंट हो गया, बस पूरी जिंदगी उसपर न्योछावर करने को तैयार रहते हैं ये।
P
P से शुरू होनेवाले नाम के लोग उलझनों में फंसे रहते हैं। वैसे, ये चाहते कुछ हैं और होता कुछ अलग ही है। काम को परफेक्शन के साथ करते हैं। इनके काम में सफाई और खरापन साफ झलकती है। खुले विचार के होते हैं ये। अपने आसपास के सभी लोगों का ख्याल रखते हैं और सबको साथ लेकर चलना चाहते हैं। हां, कभी-कभार अपने विचारों के घोड़े सबपर दौड़ाने की इनकी कोशिश इन्हें नुकसान भी पहुंचाती है।प्यार की बात करें तो सबसे पहले ये अपनी छवि से प्यार करते हैं। इन्हें खूबसूरत साथी खूब भाता है। कभी-कभार अपने साथी से ही दुश्मनी भी पाल लेते हैं, लेकिन चाहे लड़ते-झगड़ते सही साथ उनका कभी नहीं छोड़ते।
Q
Q से नाम वाले लोगों को जीवन में ज्यादा कुछ पाने की इच्छा नहीं होती, लेकिन नसीब इन्हें देता सब है। ये स्वभाव से सच्चे और ईमानदार होते हैं। नेचर से काफी क्रिएटिव होते हैं। अपनी ही दुनिया में खोए रहना इन्हें अच्छा लगता है।प्यार की बात करें तो ये अपने साथी के साथ नहीं चल पाते। कभी विचारों में तो कभी काम में असमानता इन्हें झेलना ही पड़ता है। वैसे, आपके प्रति आकर्षण आसानी से हो जाता है।
R
R से नाम वाले लोग ज्यादा सोशल लाइफ जीना पसंद नहीं करते। हालांकि, फैमिली इनके लिए मायने रखती है और पढ़ना-लिखना इन्हें नहीं भाता। जो भीड़ करे, उसे करने में इन्हें मजा नहीं आता। ये तो वह काम करना चाहते हैं, जिसे कोई नहीं कर सकता। R से नाम वाले लोग काफी तेजी से आगे बढ़ते हैं और धन-दौलत की कोई कमी नहीं रहती।अपने से ऊपर सोच-समझ और बुद्धि वाले लोग इन्हें आकर्षित करते हैं। दिखने में खूबसूरत और कोई ऐसा जिसपर आपको गर्व हो उनकी ओर आप खिंचे चले जाते हैं। वैसे वैवाहिक जीवन में उठा-पटक लगा ही रहता है।
S
S से नाम वाले लोग काफी मेहनती होते हैं। ये बातों के इतने धनी होते हैं कि सामने वाला इनकी ओर आकर्षित हो ही जाता है। दिमाग से तेज और सोच-विचार कर काम करते हैं ये। इन्हें अपनी चीजें शेयर करना पसंद नहीं। ये दिल से बुरे नहीं होते, लेकिन उनके बातचीत का अंदाज़ इन्हें लोगों के सामने बुरा बना देती है। प्यार के मामले में ये शर्मीले होते हैं। आप सोचते बहुत हैं, लेकिन प्यार के लिए कोई पहल करना नहीं आता। प्यार के मामले में ये सबसे ज्यादा गंभीर होते हैं।
T
T से शुरू होनेवाले नाम के लोग खर्च के मामले में एकदम खुले हाथ वाले होते हैं। चार्मिंग दिखने वाले ये लोग खुशमिजाज भी खूब रहते हैं। मेहनत करना इन्हें उतना अच्छा नहीं लगता, लेकिन पैसों की कभी कमी नहीं होती इन्हें। अपने दिल की बात किसी से जल्दी शेयर नहीं करते ये।प्यार की बात करें तो रिश्तों को लेकर काफी रोमांटिक होते हैं। लेकिन बातों को गुप्त रखने की आदत भी इनमें होती है।
U
U से शुरू होनेवाले नाम के लोग कोशिश तो बहुत-कुछ करने की करते हैं, लेकिन इनका काम बिगड़ते भी देर नहीं लगती। किसी का दिल कैसे जीतना है, वह इनसे सीखना चाहिए। दूसरों के लिए किसी भी तरह ये वक्त निकाल ही लेते हैं। ये बेहद होशियार किस्म के होते हैं। तरक्की के मार्ग आगे बढ़ने पर ये पीछे मुड़कर नहीं देखते।आप चाहते हैं कि आपका साथी हमेशी भीड़ में अलग नज़र आए। वह साथ न भी हो तो आप हर वक्त उन्ही के ख्यालों में डूबे रहना पसंद करते हैं। अपनी खुशी से पहले साथी की खुशियों का ध्यान रखते हैं ये।
V
V से शुरू वाले नाम के व्यक्ति स्वभाव से थोड़े ढीले होते हैं। इन्हें जो मन को भाता है वही काम करते हैं। दिल के साफ होते हैं, लेकिन अपनी बातें किसी से शेयर करना इन्हें अच्छा भी नहीं लगता। बंदिशों में रखकर इनसे आप कुछ नहीं करा सकते।बात प्यार की करें तो ये ये अपने प्यार का इजहार कभी नहीं करते। जिन बातों का कोई अर्थ नहीं या यूं कहिए कि हंसी-ठहाके में कही गई बातों से भी आप काफी गहरी बातें निकाल ही लेते हैं। कभी-कभीर ये बाते आपके लिए ही मुसीबत खड़ी कर देती हैं।
W
W से शुरू होनेवाले नाम के लोग संकुचित दिल के होते हैं। एक ही ढर्रे पर चलते हुए ये बोर भी नहीं होते। ईगो वाली भावना तो इनमें कूट-कूटकर भरी होती है। ये जहां रहते हैं वहीं अपनी सुनाने लग जाते हैं, जिससे सामने वाला इंसान इनसे दूर भागने लगता है। हालांकि, हर मामले में सफलता इनकी मुट्ठी तक पहुंच ही जाती है।प्यार की बात करें तो ये न न करते हुए ही आगे बढ़ते हैं। हालांकि, इन्हें ज्यादा दिखावा पसंद नहीं और अपने साथी को उसी रूप में स्वीकार करते हैं जैसा वह वास्तव में है।
X
X से नाम वाले लोग जरा अलग स्वभाव के होते हैं। ये हर मामले में परफेक्ट होते हैं, लेकिन न चाहते हुए भी गुस्से के शिकार हो ही जाते हैं ये। इन्हें काम को स्लो करना पसंद नहीं, फटाफट निपटाने में ही यकीन रखते हैं ये। बहुत जल्दी चीजों से बोरियत हो जाती है इन्हें। ये क्या करने वाले हैं इस बात का पता इन्हें खुद भी नहीं होता।प्यार के मामले में फ्लर्ट करना इन्हें ज्यादा पसंद है। कई रिश्तों को एकसाथ लेकर आगे चलने की हिम्मत इनमें होती है।
Y
Y से शुरू होनेवाले नाम के लोगों से कभी भी सलाह लें, आपकी सही रास्ता दिखाएंगे वह। खर्च के लिए कभी सोचते नहीं, बस खाना अच्छा मिले तो हमेशा खुश रहेंगे। अच्छी पर्सनैलिटी के बादशाह होते हैं। लोगों को दूर से ही पढ़ लेते हैं ये। इन्हें ज्यादा बातचीत करना पसंद नहीं। धन-दौलत नसीब तो होती है, लेकिन इन्हें पाने में वक्त लग जाता है।
बात प्यार की करें तो इन्हें अपने साथी की कोई बात याद नहीं रहती। हालांकि सच्चे, खुले दिल और रोमांटिक नेचर के होने के कारण इनकी हर गलती माफ भी हो जाती है।
Z
Z से नाम वाले लोग दूसरों से काफी जल्दी घुल-मिल जाते हैं। गंभीरता इनके स्वभाव में है, लेकिन बड़े ही कूल अंदाज में ये सारे काम करते हैं। जो बोलते हैं साफ बोलते हैं और जिंदगी को इंजॉय करना इन्हें आता है। न मिलने वाली चीजों पर रोने की बजाय उसे छोड़कर आगे बढ़ना इन्हें पसंद है। इन्हें दिखावा नहीं पसंद। इनकी सादगी को देख इन्हें बेवकूफ समझना बहुत बड़ी बेवकूफी होगी। स्वभाव से ये रोमांटिक होते हैं। आपकी ओर कोई भी बड़ी आसानी से अट्रैक्ट हो जाता है। अपने प्यार के सामने आप किसी को अहमियत नहीं देते।
इस पोस्ट को शेयर जरुर करे। जय माता दी
Friday, 25 July 2014
आज का ज्ञान...
आज का ज्ञान...
चाय में गिरी हुई बिस्किट को दुसरी बिस्किट से
निकालनें की कोशिश ना करें...!
वरना जो हाथ मे है उससे भी हाथ धो बैठोगे !!
*** नंगे पाव चलता इन्सान को लगता है
कि "चप्पल होते
तो कितना अच्छा होता"
. बाद मेँ, "साइकिल होती तो कितना अच्छा होता" . उसके बाद, "मोपेड होता तो थकान नही लगती" . बद मेँ सोचता है "मोटर साइकिल होती तो बातो- बातो मेँ रास्ता कट जाता" . फिर ऐसा लगता है, "कार होती तो धुप नही लगती" . फिर लगता है कि, "हवाई जहाज होती तो इन ट्राफिक कि जंजट नही होती" . जब हवाई जहाज मेँ बेठकर नीचे हरे-भरे घास के मैदान देखता है तो सोचता है, कि "नंगे पाव घास मेँ चलता तो दिल को कितनी तसल्ली मिलती" . . ""जरुरत के मुताबिक जिंदगी जिओ - ख्वाहिशों के मुताबिक नहीं। . क्योंकि जरुरत तो फकीरों की भी पूरी हो जाती है; और ख्वाहिशें बादशाहों की भी अधूरी रह जाती है""
. बाद मेँ, "साइकिल होती तो कितना अच्छा होता" . उसके बाद, "मोपेड होता तो थकान नही लगती" . बद मेँ सोचता है "मोटर साइकिल होती तो बातो- बातो मेँ रास्ता कट जाता" . फिर ऐसा लगता है, "कार होती तो धुप नही लगती" . फिर लगता है कि, "हवाई जहाज होती तो इन ट्राफिक कि जंजट नही होती" . जब हवाई जहाज मेँ बेठकर नीचे हरे-भरे घास के मैदान देखता है तो सोचता है, कि "नंगे पाव घास मेँ चलता तो दिल को कितनी तसल्ली मिलती" . . ""जरुरत के मुताबिक जिंदगी जिओ - ख्वाहिशों के मुताबिक नहीं। . क्योंकि जरुरत तो फकीरों की भी पूरी हो जाती है; और ख्वाहिशें बादशाहों की भी अधूरी रह जाती है""
Sunday, 20 July 2014
Ye laal ishq, ye malaal ishq
Ye laal ishq, ye malaal ishq
Ye aib ishq, ye bair ishq (x2)
Ishq-ishq, Ishq-ishq..
Tujh sang bair lagaya aisa
Tujh sang bair lagaya aisa
Raha na main phir apne jaisa
Ho raha na main phir apne jaisa
Mera naam ishq
Tera naam ishq (x3)
Mera naam, Tera naam
Mera naam ISHQ!
Ye laal ishq, ye malaal ishq
Ye aib ishq, ye bair ishq (x2)
Ishq-ishq, Ishq-ishq
Apna naam badal dun
Ya tera naam chhupa lun
Ya chhod ke saari aag
Main vairaag utha lun
Bas ek rahe mera kaam ishq
Mera kaam ishq
Mera kaam ishq
Mera naam ishq
Tera naam ishq
Mera naam, Tera naam
Mera naam ISHQ!
Ye laal ishq, ye malaal ishq
Ye aib ishq, ye bair ishq (x2)
Ye kaali raat jakad lun
Ye thanda chand pakad lun (x2)
Din-raat ke bairi bhed ka
Rukh mod ke main rakh dun
Tujh sang bair lagaya aisa
Raha na main phir apne jaisa
Raha na main phir apne jaisa
Mera naam ishq
Tera naam ishq (x3)
Mera naam, Tera naam
Mera naam ISHQ!
Ye laal ishq
Ye malaal ishq
Ye aib ishq
Ye bair ishq (x2)
Friday, 18 July 2014
ना जाने कौनसी "मुलाक़ात" आख़री होगी.
एक था भगवान,
एक था शैतान.....
दोनों में जब झगड़ा हुआ तो,
बहुत हुआ नुकसान....
दोनों ने मिलकर,
निकाला समस्या का समाधान.... एक खिलौना बनाया,
और उसका नाम रखा इंसान....
शैतान ने अपनी ताकते दी,
क्रोध,धंमड और जलन.....
भगवान ने अपने अंश दिये,
प्यार,दया और सम्मान... भगवान से मुस्कराकर बोला शैतान,
न तेरा नुकसान,न मेरा नुकसान......
तू जीते या मैं जीतू,
हारेगा इंसान .....
.
और इसलिए कहते है...
कोई टूटे तो उसे सजाना सीखो,
कोई रुठे तो उसे मनाना सीखो ...
रिश्ते तो मिलते है मुकद्दर से,
बस उन्हे खूबसूरती से निभाना सीखों।
जन्म लिया है तो सिर्फ साँसे मत लीजिये,
जीने का शौक भी रखिये..
शमशान ऐसे लोगो की राख से...
भरा पड़ा है
जो समझते थे,,,
दुनिया उनके बिना चल नहीं सकती.
हाथ में टच फ़ोन,
बस स्टेटस के लिये अच्छा है…
सबके टच में रहो,
जींदगी के लिये ज्यादा अच्छा है…
ज़िन्दगी में ना ज़ाने कौनसी बात "आख़री" होगी,
ना ज़ाने कौनसी रात "आख़री" होगी ।
मिलते, जुलते, बातें करते रहो यार एक दूसरे से,
ना जाने कौनसी "मुलाक़ात" आख़री होगी.
Thursday, 17 July 2014
सर झुकाने से नमाज़ें अदा नहीं होती...!!!
सर झुकाने से नमाज़ें अदा नहीं होती...!!!
दिल झुकाना पड़ता है इबादत के लिए...!
पहले मैं होशियार था,
इसलिए दुनिया बदलने चला था,
आज मैं समझदार हूँ,
इसलिए खुद को बदल रहा हूँ।
बैठ जाता हूं मिट्टी पे अक्सर...
क्योंकि मुझे अपनी औकात अच्छी लगती है..
मैंने समंदर से सीखा है जीने का सलीक़ा,
चुपचाप से बहना और अपनी मौज में रहना ।
ऐसा नहीं है कि मुझमें कोई ऐब नहीं है पर सच कहता हूँ
मुझमे कोई फरेब नहीं है
जल जाते हैं मेरे अंदाज़ से मेरे दुश्मन क्यूंकि
एक मुद्दत से मैंने न मोहब्बत बदली और न दोस्त बदले .
Tuesday, 15 July 2014
10 सुरंग और 50 पुल के बाद मां का दरबार
10 सुरंग और 50 पुल के बाद मां का दरबार
4 July, 2014
वैष्णो देवी के श्रद्धालुओं को शुक्रवार
को एक बड़ा तोहफा मिल गया, जिसका नाम है
श्रीशक्ति एक्सप्रेस. अब भक्त माता के दर्शन
के लिए जम्मू उतरने की बजाय सीधे कटरा तक
जा सकेंगे. ये हैं इस रूट और ट्रेन की खास
बातें, जिसे जानकार आप हैरान रह जाएंगे.
1. कटरा-उधमपुर रेल लिंक की लंबाई करीब 25
किलोमीटर है.
2. रास्ते में 10 छोटी सुरंग और 50 से
भी ज्यादा छोटे-बड़े पुल हैं.
3. रूट के बीच सबसे ऊंचे पुल की ऊंचाई 85 मीटर
है जो कुतुबमीनार से भी अधिक है.
4. कटरा और उधमपुर के बीच चक्रखवाल नाम का एक
छोटा स्टेशन आएगा.
5. इस रेल लिंक को बनाने में लगभग 1090 करोड़
रुपये की लागत आई है.
6. त्रिकुटा पहाड़ियों पर बना यह स्टेशन
श्री माता वैष्णो देवी कटरा स्टेशन कहलाएगा.
7. स्टेशन पर तीन प्लेटफार्म होंगे.
8. रूट पर सबसे लंबी सुरंग की लंबाई 3.15
किलोमीटर है.
9. कटरा प्लेटफॉर्म पर यात्रियों के लिए टूरिस्ट
गाइड, क्लॉक रूम, वेटिंग हॉल, वीआईपी लॉन्ज,
एसकेलेटर्स, लिफ्ट और पार्किंग के अलावा कई
हाइटेक सुविधाएं होंगी.
10. रूट पर दो ट्रेन दौंड़ेंगी- दिल्ली-
कटरा एक्सप्रेस और कालका-कटरा एक्सप्रेस.
'ABCD aati hai??
'ABCD aati hai??
Agar aati bhi hogi to aisi nahi aati hogi..
A=Ambe
B=Bhawani
C=Chamunda
D=Durga
E=Eaindry
F=Farshadharni
G=Gayatri
H=Hinglaaj
I=Indrani
J=Jagdamba
K=Kalyani
L=Laxmi
M=Mahakali
N=Narayani
O=Omsati
P=Parvati
Q=Qaatyayani
R=Ratnapriya
S=Sheetala
T=Tapasvini
U=Utkarshini
V=Vaishnavi
W=Warahi
Y=Yami
Z=Zyama..
ABCD padhte jao
JAI MATA DI kehte jao
Sunday, 13 July 2014
एक घर के सामने सडक
एक घर के सामने सडक
बन रही थी,
गरीब मजदूरिन
वहाँ काम कर
रही थी.
मजदूरिन के घर
का सारा बोझ
उसी पर
पडा था,
उसका नन्हा सा बच्चा साथ
ही खडा था.
उसके घर के सारे
बर्तन सूखे थे,
दो दिन से उसके बच्चे
भूखे थे.
बच्चे की निगाह
सामने के बँगले पर
पडी,
देखी, घर
की मालकिन, हाथ मे
रोटी लिये
खडी.
बच्चे ने कातर
दृष्टि मालकिन
की तरफ
डाली,
लेकिन मालकिन ने
रोटी, पालतू कुत्ते
की तरफ उछाली.
कुत्ते ने सूँघकर
रोटी वहीं छोड दी,
और अपनी गर्दन
दूसरी तरफ मोड दी!
कुत्ते का ध्यान,
नही रोटी की तरफ
जरा था,
शायद उसका पेट
पूरा भरा था!
ये देख कर
बच्चा गया माँ के
पास,
भूखे मन मे
रोटी की लिये आस.
बोला- माँ!
क्या रोटी मै उठा लूँ?
तू जो कहे तो वो मै
खा लूँ?
माँ ने पहले तो बच्चे
को मना किया,
बाद मे मन मे ये खयाल
किया कि-
कुत्ता अगर
भौंका तो मालिक उसे
दूसरी रोटी दे देगा,
मगर
मेरा बच्चा रोया तो उसकी कौन
सुनेगा?
माँ के मन मे खूब हुई
कशमकश,
लेकिन बच्चे की भूख के
आगे वो थी बेबस.
माँ ने जैसे ही हाँ मे
सिर हिलाया,
बच्चे ने दरवाजे
की जाली मे हाथ
घुसाया.
बच्चे ने डर से
अपनी आँखों को भींचा,
और धीरे से
रोटी को अपनी तरफ
खींचा!
कुत्ता ये देखकर
बिल्कुल नही चौंका!
चुपचाप देखता रहा!
जरा भी नही भौंका!!
कुछ मनुष्यों ने
तो बेची सारी अपनी हया है,
लेकिन कुत्ते के मन मे
अब भी शेष
दया है…….!!!!!
Monday, 7 July 2014
90 का दूरदर्शन और हम -
90 का दूरदर्शन और हम -
1.सन्डे को सुबह-2 नहा-धो कर
टीवी के सामने बैठ जाना
2."रंगोली"में शुरू में पुराने फिर
नए गानों का इंतज़ार करना
3."जंगल-बुक"देखने के लिए जिन
दोस्तों के पास टीवी नहीं था उनका
घर पर आना
4."चंद्रकांता"की कास्टिंग से ले कर
अंत तक देखना
5.हर बार सस्पेंस बना कर छोड़ना
चंद्रकांता में और हमारा अगले हफ्ते
तक सोचना
6.शनिवार और रविवार की शाम को
फिल्मों का इंतजार करना
7.किसी नेता के मरने पर कोई सीरियल
ना आए तो उस नेता को और गालियाँ
देना
8.सचिन के आउट होते ही टीवी बंद
कर के खुद बैट-बॉल ले कर खेलने
निकल जाना
9."मूक-बधिर"समाचार में टीवी एंकर
के इशारों की नक़ल करना
10.कभी हवा से ऐन्टेना घूम जाये तो
छत पर जा कर ठीक करना
बचपन वाला वो 'रविवार' अब नहीं
आता, दोस्त पर अब वो प्यार नहीं
आता।
जब वो कहता था तो निकल पड़ते
थे बिना घडी देखे,
अब घडी में वो समय वो वार नहीं
आता।
बचपन वाला वो 'रविवार' अब नहीं
आता...।।।
वो साईकिल अब भी मुझे बहुत याद
आती है, जिसपे मैं उसके पीछे बैठ
कर खुश हो जाया करता था। अब
कार में भी वो आराम नहीं आता...।।।
जीवन की राहों में कुछ ऐसी उलझी
है गुथियाँ, उसके घर के सामने से
गुजर कर भी मिलना नहीं हो पाता...।।।
वो 'मोगली' वो 'अंकल Scrooz',
'ये जो है जिंदगी' 'सुरभि' 'रंगोली'
और 'चित्रहार' अब नहीं आता...।।।
रामायण, महाभारत, चाणक्य का वो
चाव अब नहीं आता, बचपन वाला वो
'रविवार' अब नहीं आता...।।।
वो एक रुपये किराए की साईकिल
लेके, दोस्तों के साथ गलियों में रेस
लगाना!
अब हर वार 'सोमवार' है
काम, ऑफिस, बॉस, बीवी, बच्चे;
बस ये जिंदगी है। दोस्त से दिल की
बात का इज़हार नहीं हो पाता।
बचपन वाला वो 'रविवार' अब नहीं
आता...।।।
बचपन वाला वो 'रविवार' अब नही
आता...।।।
Saturday, 5 July 2014
अध्यापक अनपढ़ लड़की से jokes
अध्यापक (अनपढ़ लड़की से) : तुम
बड़ी होकर क्या करोगी?
लड़की : शादी।
अध्यापक : नहीं, मेरा मतलब है,
क्या बनोगी?
लड़की : दुल्हन।
अध्यापक : उफ, आई मीन, बड़ी होकर
क्या हासिल करोगी?
लड़की : दूल्हा।
अध्यापक : उफ नो, मतलब बड़ी होकर
मम्मी-पापा के लिए क्या करोगी?
लड़की : दामाद लाऊंगी।
अध्यापक : अरे नहीं, तुम्हारे
पापा क्या चाहते हैं?
लड़का : नाती।
अध्यापक : अरी नासमझ,
तुम्हारी जिंदगी का क्या मकसद है?
लड़की : हम 2 हमारे दो...।
Tuesday, 1 July 2014
Must Be Read This Story
हैलो माँ ... में रवि बोल रहा हूँ....,कैसी हो माँ....?
मैं.... मैं…ठीक हूँ बेटे.....,ये बताओ तुम और बहू दोनों कैसे हो?
हम दोनों ठीक है
माँ...आपकी बहुत याद आती है…, ..अच्छा सुनो माँ,में अगले महीने इंडिया आ रहा हूँ.....तुम्हें लेने।
क्या...? हाँ माँ....,अब हम सब साथ ही रहेंगे....,
नीतू कह रही थी माज़ी को अमेरिका ले आओ वहाँ अकेली बहुत परेशान हो रही होंगी।
हैलो ....सुनरही हो माँ...?“हाँ...ह ाँ बेटे...“,बूढ़ी आंखो से खुशी की अश्रुधारा बह निकली,बेटे और बहू का प्यार नस नस में दौड़ने लगा।
जीवन के सत्तर साल गुजार चुकी सावित्री ने जल्दी से अपने पल्लू से आँसू पोंछे और बेटे से बात करने लगी।
पूरे दो साल बाद बेटा घर आ रहा था।
बूढ़ी सावित्री ने मोहल्ले भरमे दौड़ दौड़ कर ये खबर सबको सुना दी। सभी खुश थे की चलो बुढ़ापा चैनसे बेटे और बहू के साथ गुजर जाएगा। रवि अकेला आया था,उसने कहा की माँ हमे जल्दी ही वापिस जाना है इसलिए जो भी💷 रुपया पैसा किसी से लेना है वो लेकर रखलों और तब तक मे किसी प्रोपेर्टी डीलर से मकान की बात करता हूँ। “मकान...?”, माँ ने पूछा। हाँ माँ,अब ये मकान बेचना पड़ेगा वरना कौन इसकी देखभाल करेगा। हम सबतो अब अमेरिका मे ही रहेंगे।बूढ़ी आंखो ने मकान के कोने कोने को ऐसे निहारा जैसे किसी अबोध बच्चे को सहला रही हो। आनन फानन और औने-पौने दाम मे रवि ने मकान बेच दिया। सावित्री देवी ने वो जरूरी सामान समेटा जिस से उनको बहुत ज्यादा लगाव था। रवि टैक्सी मँगवा चुका था। एयरपोर्ट पहुँचकर रवि ने कहा,”माँ तुम यहाँ बैठो मे अंदर जाकर सामान की जांच और बोर्डिंग और विजा का काम निपटा लेता हूँ। ““ठीक है बेटे।“,सावित्री देवी वही पास की बेंच पर बैठ गई। काफी समय बीत चुका था। बाहर बैठी सावित्री देवी बार बार उस दरवाजे की तरफ देख रही थी जिसमे रवि गया था लेकिन अभी तक बाहर नहीं आया।‘ शायद अंदर बहुत भीड़ होगी...’,सोचकर बूढ़ी आंखे फिर से टकट की लगाए देखने लगती। अंधेरा हो चुका था। एयरपोर्ट के बाहरगहमागहमी कम हो चुकी थी। “माजी...,किस से मिलना है?”,एक कर्मचारी नेवृद्धा से पूछा । “मेरा बेटा अंदर गया था.....📧टिकिट लेने,वो मुझे अमेरिका लेकर जा रहा है ....”,सावित्री देबी ने घबराकर कहा। “लेकिन अंदर तो कोई पैसेंजर नहीं है,अमेरिका जाने वाली फ्लाइट तो दोपहर मे ही चली गई। क्या नाम था आपके बेटे का?” ,कर्मचारी ने सवाल किया। “र....रवि. ...”, सावित्री के चेहरे पे चिंता की लकीरें उभर आई। कर्मचारी अंदर गया और कुछ देर बाद बाहर आकर बोला,“माजी.... आपका बेटा रवि तो अमेरिका जाने वाली फ्लाइट से कब का जा चुका...।”“क्या. ? ” वृद्धा कि आखो से आँसुओं का सैलाब फुट पड़ा। बूढ़ी माँ का रोम रोम कांप उठा। किसी तरह वापिस घर पहुंची जो अब बिक चुका था। रात में घर के बाहर चबूतरे पर ही सो गई।सुबह हुई तो दयालु मकान मालिक ने एक कमरा रहने को दे दिया। पति की पेंशन से घर का किराया और खाने का काम चलने लगा।
समय गुजरने लगा। एक दिन मकान मालिक ने वृद्धा से पूछा। “माजी... क्यों नही आप अपने किसी रिश्तेदार के यहाँ चली जाए,अब आपकी उम्र भी बहुत हो गई,अकेली कब तक रह पाएँगी।“ “हाँ,चली तो जाऊँ,लेकिन कल को मेरा बेटा आया तो..?, यहाँ फिर कौन उसका ख्याल रखेगा?“...... आखँ से आसू आने लग गए दोस्तों ....!!! माँ बाप का दिल कभी मत दुखाना 👬दोस्तों मेरी आपसे ये हाथ जोड़कर विनती है ये पोस्ट को अपने 👬दोस्तों के साथ जरुर शेयर करे ।।
बूढ़ी सावित्री ने मोहल्ले भरमे दौड़ दौड़ कर ये खबर सबको सुना दी। सभी खुश थे की चलो बुढ़ापा चैनसे बेटे और बहू के साथ गुजर जाएगा। रवि अकेला आया था,उसने कहा की माँ हमे जल्दी ही वापिस जाना है इसलिए जो भी💷 रुपया पैसा किसी से लेना है वो लेकर रखलों और तब तक मे किसी प्रोपेर्टी डीलर से मकान की बात करता हूँ। “मकान...?”, माँ ने पूछा। हाँ माँ,अब ये मकान बेचना पड़ेगा वरना कौन इसकी देखभाल करेगा। हम सबतो अब अमेरिका मे ही रहेंगे।बूढ़ी आंखो ने मकान के कोने कोने को ऐसे निहारा जैसे किसी अबोध बच्चे को सहला रही हो। आनन फानन और औने-पौने दाम मे रवि ने मकान बेच दिया। सावित्री देवी ने वो जरूरी सामान समेटा जिस से उनको बहुत ज्यादा लगाव था। रवि टैक्सी मँगवा चुका था। एयरपोर्ट पहुँचकर रवि ने कहा,”माँ तुम यहाँ बैठो मे अंदर जाकर सामान की जांच और बोर्डिंग और विजा का काम निपटा लेता हूँ। ““ठीक है बेटे।“,सावित्री देवी वही पास की बेंच पर बैठ गई। काफी समय बीत चुका था। बाहर बैठी सावित्री देवी बार बार उस दरवाजे की तरफ देख रही थी जिसमे रवि गया था लेकिन अभी तक बाहर नहीं आया।‘ शायद अंदर बहुत भीड़ होगी...’,सोचकर बूढ़ी आंखे फिर से टकट की लगाए देखने लगती। अंधेरा हो चुका था। एयरपोर्ट के बाहरगहमागहमी कम हो चुकी थी। “माजी...,किस से मिलना है?”,एक कर्मचारी नेवृद्धा से पूछा । “मेरा बेटा अंदर गया था.....📧टिकिट लेने,वो मुझे अमेरिका लेकर जा रहा है ....”,सावित्री देबी ने घबराकर कहा। “लेकिन अंदर तो कोई पैसेंजर नहीं है,अमेरिका जाने वाली फ्लाइट तो दोपहर मे ही चली गई। क्या नाम था आपके बेटे का?” ,कर्मचारी ने सवाल किया। “र....रवि. ...”, सावित्री के चेहरे पे चिंता की लकीरें उभर आई। कर्मचारी अंदर गया और कुछ देर बाद बाहर आकर बोला,“माजी.... आपका बेटा रवि तो अमेरिका जाने वाली फ्लाइट से कब का जा चुका...।”“क्या. ? ” वृद्धा कि आखो से आँसुओं का सैलाब फुट पड़ा। बूढ़ी माँ का रोम रोम कांप उठा। किसी तरह वापिस घर पहुंची जो अब बिक चुका था। रात में घर के बाहर चबूतरे पर ही सो गई।सुबह हुई तो दयालु मकान मालिक ने एक कमरा रहने को दे दिया। पति की पेंशन से घर का किराया और खाने का काम चलने लगा।
समय गुजरने लगा। एक दिन मकान मालिक ने वृद्धा से पूछा। “माजी... क्यों नही आप अपने किसी रिश्तेदार के यहाँ चली जाए,अब आपकी उम्र भी बहुत हो गई,अकेली कब तक रह पाएँगी।“ “हाँ,चली तो जाऊँ,लेकिन कल को मेरा बेटा आया तो..?, यहाँ फिर कौन उसका ख्याल रखेगा?“...... आखँ से आसू आने लग गए दोस्तों ....!!! माँ बाप का दिल कभी मत दुखाना 👬दोस्तों मेरी आपसे ये हाथ जोड़कर विनती है ये पोस्ट को अपने 👬दोस्तों के साथ जरुर शेयर करे ।।
एल.एल.बी. की पढाई...........
एल.एल.बी. की पढाई...........
प्रोफेसर:-
अगर तुम्हे किसी को संतरा देना हो तो क्या बोलोगे?
छात्र:- ये संतरा लो।
प्रोफेसर:- नहीं... एक वकील की तरह बोलो... . .
छात्र:- मैं एतद् द्वारा अपनी पूरी रुचि व होशो-हवास में और बिना किसी के दबाव में आए इस फल, जो संतरा कहलाता है, और जिस पर मैं पूरा मालिकाना हक़ रखता हूँ, को उसके छिलके, रस, गूदे और बीज सहित आपको देता हूँ और इसके साथ ही आपको इस बात का सम्पूर्ण व बिना शर्त अधिकार भी देता हूँ कि आप इसे काटने, छीलने, फ्रिज में रखने या खाने के लिये पूरी तरह स्वतंत्र हैं; आप यह अधिकार भी रखेंगे कि आप किसी भी अन्य व्यक्ति को यह फल इसके छिलके, रस, गूदे और बीज के बिना या उसके साथ दे सकते हैं; और अब के बाद मेरा किसी भी प्रकार से इस संतरे से कोई सम्बन्ध नहीं रह जायेगा..!
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