।।श्री इन्दौर चालीसा।।
नमो नमो जय इन्दौर नगरी, नमो नमो जय अहिल्या नगरी।
उज्जैन तीरथ पास तुम्हारे, जहाँ क्षिप्रा के तट उजियारे।
पास तुम्हारे है ओमकारेश्वर, मांडव महेश्वर और मण्डलेश्वर।
राजवाड़ा तेरी अमिट निशानी, बात ये हर जन मन ने जानी।
माँ बिजासन का तुझमें वासा, सब इन्दौरी जिनके दासा।
हरसिद्धि मंदिर गजब विशाला, गोपाल मंदिर भी शोभावाला।
इन्दौर के कुल दैवत मल्हारी, जो शिव भोले के अवतारी।
रणजीत हनुमान यहाँ विराजे, बड़े गणपति का रूप है साजे।
माँ अन्नपूर्णा भी यहाँ पधारी, पंढ़रीनाथ की किरपा भारी।
जुनी इन्दौर शनिदेव का वासा, सदा रहे हम उनके दासा।
गोमटगिरि की महिमा अपार, जैन धर्म का यहाँ प्रचार।
करबला का नुर निराला, भागे भूत प्रेत ना मन हो काला।
यशवंत रोड़ का जो गुरुद्वारा, वाहे गुरु का गुंजे नारा।
इन्द्रेश्वर महादेव जगजाना, जिससे शहर का इन्दौर नामा।
खजराना गणेश की किरपा तुमपे,
डैली कॅालेज है खुद के दमपे।
मल्हार आश्रम की अपनी पहचान,
यहां से पढ़ के निकले नेता महान।
क्रिश्चियन कॅालेज अति भारी, होलकर खालसा ने भी बाजी मारी।
एम वाय गीता भवन व गांधी हॅाल, सबकी अपनी एक मिसाल।
होलकर वंश का राज निराला, खुलता यहाँ किस्मत का ताला।
पोहा जलेबी यहाँ सबको भावे, कचौरी समोसा मन ललचावे।
फाग यात्रा की छटा निराली, रंग बिरंगी होली और जगमग दिवाली।
छप्पन दुकान के ये चटकारे, जीभ को ललचाते ये सब सारे।
फुटि कोठी और हवा बंगला, लाल बाग में पेड़ों का जंगला।
लता मंगेशकर सलमान खान, इन्दौर की है ये पहचान।
जॅानी वाकर यहाँ के नायक, कॅामेडी जिनकी मस्ती लायक।
सफाई रखते यहाँ हर जन, इन्दौर भारत में नम्बर वन।
संसद स्पीकर सुमित्रा ताई, कैलाशजी जैसे हैं बड़े भाई।
रमेश मैन्दोला दादा दयालु, जिनसे नगर का विकास है चालु।
ट्रेज़र आइलैण्ड की अपनी शान, सेन्ट्रल मॅाल यहाँ की शान।
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, उच्च शिक्षा का है देवालय।
सिरपुर बिलावली तालाब है जिसमें, पंछी कलरव करते इनमें।
यशवंत सागर का पानी गहरा, नगर निगम में तिरंगा लहरा।
सराफा बाज़ार की शाम सुहानी, चाट की दुकानें हैं मस्तानी।
सयाजी होटल खुब अति भावे, रेडिसन ब्लू भी नाम कमावे।
श्री माया हॅाटेल आलिशान, फॅार्च्युन लैण्डमार्क का अपना नाम।
बॅाम्बे हॅास्पिटल और अॅरोबिन्दो, मुर्दा भी हो जावे यहाँ जिन्दो।
गोकुल दास और चोइथराम, चिकित्सा जगत में इनका नाम।
इन्टरनेशनल एयरपोर्ट यहाँपे, विदेशी फ्लाइट आती जहाँपे।
सपना संगीता मस्त थियेटर, जबरदस्त आफिस कलेक्टर।
नेहरू उषा राजे स्टेडियम नामा, क्रिकेट खिलाड़ी हर एक जाना।
किशनपुरा पुल जब जो आवे, छतरियों को देख के मन हर्षावे।
मिनी मुम्बई ये कहलाता, इन्दौरियों का मन इठलाता।
चिड़ियाघर में जानवर प्यारे, एम. आर. टेन जैसे रोड़ है न्यारे।
मारोठिया सराफा जैसे हैं बाज़ार, शीतला माता भी एक बाज़ार।
आड़ा बाज़ार में महिला भारी, खजुरी बाज़ार में पुस्तक सारी।
व्हाईट चर्च छावनी जो जावे, मन में अनुपम शांति पावे।
दिल्ली मुम्बईऔर कलकत्ता, इन सब जैसी इन्दौर की सत्ता।
क्रिसेन्ट मयंक जैसे वाटर पार्क, पानी जिनका ब्ल्यु ब्ल्यु डार्क।
मेघदूत गार्डन नेहरू पार्क, हरियाली जिनकी ग्रीन ग्रीन डार्क।
जीवन ज्योति और नित्यानंद, अनाथों को मिलता यहाँ सर्वानंद।
भास्कर पत्रिका अग्निबाण, खबरों का करते जो गुणगान।
NH-3 हाईवे यहाँ से गुजरा, बम्बई बाज़ार में होता है मुजरा।
बापट रीगल जैसे हैं चौराहे, महुनाके पर पाँच पाँच राहें।
सरवटे गंगवाल बस स्टैंड, नौशाद विमल जैसे बैंड।
नूतन महाराजा विद्यालय, एन. सी. सी. का संचालय।
मिलों की झाँकी है झिलमिल, देख के आनंदित होता दिल।
दशहरा का है जो मैदान, राम चलाते वहाँ अग्निबाण।
काँच मंदिर की छटा निराली, देख के मन में आती खुशहाली।
यशवंतराव की शान अनुठी, बात है सच्ची नहीं ये झुठी।
देव गुराड़ीया रमणीय स्थल, शिव दर्शन से सब पाते फल।
उज्जयिनी उपवन है अति प्यारा, नर्मदा क्षिप्रा की यहाँ मिलती धारा।
कजली गढ़ की छटा निराली, मन को मुग्ध कर देने वाली।
रालामंडल का जो है वन, यहाँ पशु पक्षियों का अनमोल धन।
इन्दौर के लोग हैं दिलवाले, हर प्रॅाब्लम को हल कर डाले।
इन्दौर नगरी जो कोई आवे, मन इच्छित काम वो पावे।
एम पी की शान है इन्दौर, भारत की पहचान है इन्दौर।
इन्दौर तो है मेरी जान, जाने सारा हिन्दुस्तान।
ऐसा है इन्दौर हमारा, ये हमको सब जग से प्यारा।
Love My Indore.
नमो नमो जय इन्दौर नगरी, नमो नमो जय अहिल्या नगरी।
उज्जैन तीरथ पास तुम्हारे, जहाँ क्षिप्रा के तट उजियारे।
पास तुम्हारे है ओमकारेश्वर, मांडव महेश्वर और मण्डलेश्वर।
राजवाड़ा तेरी अमिट निशानी, बात ये हर जन मन ने जानी।
माँ बिजासन का तुझमें वासा, सब इन्दौरी जिनके दासा।
हरसिद्धि मंदिर गजब विशाला, गोपाल मंदिर भी शोभावाला।
इन्दौर के कुल दैवत मल्हारी, जो शिव भोले के अवतारी।
रणजीत हनुमान यहाँ विराजे, बड़े गणपति का रूप है साजे।
माँ अन्नपूर्णा भी यहाँ पधारी, पंढ़रीनाथ की किरपा भारी।
जुनी इन्दौर शनिदेव का वासा, सदा रहे हम उनके दासा।
गोमटगिरि की महिमा अपार, जैन धर्म का यहाँ प्रचार।
करबला का नुर निराला, भागे भूत प्रेत ना मन हो काला।
यशवंत रोड़ का जो गुरुद्वारा, वाहे गुरु का गुंजे नारा।
इन्द्रेश्वर महादेव जगजाना, जिससे शहर का इन्दौर नामा।
खजराना गणेश की किरपा तुमपे,
डैली कॅालेज है खुद के दमपे।
मल्हार आश्रम की अपनी पहचान,
यहां से पढ़ के निकले नेता महान।
क्रिश्चियन कॅालेज अति भारी, होलकर खालसा ने भी बाजी मारी।
एम वाय गीता भवन व गांधी हॅाल, सबकी अपनी एक मिसाल।
होलकर वंश का राज निराला, खुलता यहाँ किस्मत का ताला।
पोहा जलेबी यहाँ सबको भावे, कचौरी समोसा मन ललचावे।
फाग यात्रा की छटा निराली, रंग बिरंगी होली और जगमग दिवाली।
छप्पन दुकान के ये चटकारे, जीभ को ललचाते ये सब सारे।
फुटि कोठी और हवा बंगला, लाल बाग में पेड़ों का जंगला।
लता मंगेशकर सलमान खान, इन्दौर की है ये पहचान।
जॅानी वाकर यहाँ के नायक, कॅामेडी जिनकी मस्ती लायक।
सफाई रखते यहाँ हर जन, इन्दौर भारत में नम्बर वन।
संसद स्पीकर सुमित्रा ताई, कैलाशजी जैसे हैं बड़े भाई।
रमेश मैन्दोला दादा दयालु, जिनसे नगर का विकास है चालु।
ट्रेज़र आइलैण्ड की अपनी शान, सेन्ट्रल मॅाल यहाँ की शान।
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, उच्च शिक्षा का है देवालय।
सिरपुर बिलावली तालाब है जिसमें, पंछी कलरव करते इनमें।
यशवंत सागर का पानी गहरा, नगर निगम में तिरंगा लहरा।
सराफा बाज़ार की शाम सुहानी, चाट की दुकानें हैं मस्तानी।
सयाजी होटल खुब अति भावे, रेडिसन ब्लू भी नाम कमावे।
श्री माया हॅाटेल आलिशान, फॅार्च्युन लैण्डमार्क का अपना नाम।
बॅाम्बे हॅास्पिटल और अॅरोबिन्दो, मुर्दा भी हो जावे यहाँ जिन्दो।
गोकुल दास और चोइथराम, चिकित्सा जगत में इनका नाम।
इन्टरनेशनल एयरपोर्ट यहाँपे, विदेशी फ्लाइट आती जहाँपे।
सपना संगीता मस्त थियेटर, जबरदस्त आफिस कलेक्टर।
नेहरू उषा राजे स्टेडियम नामा, क्रिकेट खिलाड़ी हर एक जाना।
किशनपुरा पुल जब जो आवे, छतरियों को देख के मन हर्षावे।
मिनी मुम्बई ये कहलाता, इन्दौरियों का मन इठलाता।
चिड़ियाघर में जानवर प्यारे, एम. आर. टेन जैसे रोड़ है न्यारे।
मारोठिया सराफा जैसे हैं बाज़ार, शीतला माता भी एक बाज़ार।
आड़ा बाज़ार में महिला भारी, खजुरी बाज़ार में पुस्तक सारी।
व्हाईट चर्च छावनी जो जावे, मन में अनुपम शांति पावे।
दिल्ली मुम्बईऔर कलकत्ता, इन सब जैसी इन्दौर की सत्ता।
क्रिसेन्ट मयंक जैसे वाटर पार्क, पानी जिनका ब्ल्यु ब्ल्यु डार्क।
मेघदूत गार्डन नेहरू पार्क, हरियाली जिनकी ग्रीन ग्रीन डार्क।
जीवन ज्योति और नित्यानंद, अनाथों को मिलता यहाँ सर्वानंद।
भास्कर पत्रिका अग्निबाण, खबरों का करते जो गुणगान।
NH-3 हाईवे यहाँ से गुजरा, बम्बई बाज़ार में होता है मुजरा।
बापट रीगल जैसे हैं चौराहे, महुनाके पर पाँच पाँच राहें।
सरवटे गंगवाल बस स्टैंड, नौशाद विमल जैसे बैंड।
नूतन महाराजा विद्यालय, एन. सी. सी. का संचालय।
मिलों की झाँकी है झिलमिल, देख के आनंदित होता दिल।
दशहरा का है जो मैदान, राम चलाते वहाँ अग्निबाण।
काँच मंदिर की छटा निराली, देख के मन में आती खुशहाली।
यशवंतराव की शान अनुठी, बात है सच्ची नहीं ये झुठी।
देव गुराड़ीया रमणीय स्थल, शिव दर्शन से सब पाते फल।
उज्जयिनी उपवन है अति प्यारा, नर्मदा क्षिप्रा की यहाँ मिलती धारा।
कजली गढ़ की छटा निराली, मन को मुग्ध कर देने वाली।
रालामंडल का जो है वन, यहाँ पशु पक्षियों का अनमोल धन।
इन्दौर के लोग हैं दिलवाले, हर प्रॅाब्लम को हल कर डाले।
इन्दौर नगरी जो कोई आवे, मन इच्छित काम वो पावे।
एम पी की शान है इन्दौर, भारत की पहचान है इन्दौर।
इन्दौर तो है मेरी जान, जाने सारा हिन्दुस्तान।
ऐसा है इन्दौर हमारा, ये हमको सब जग से प्यारा।
Love My Indore.
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