Tuesday, 20 October 2015

Dedicated to all my loving friends

मै यादों का
किस्सा खोलूँ तो,
कुछ दोस्त बहुत
याद आते हैं..



मै गुजरे पल को सोचूँ
तो कुछ दोस्त
बहुत याद आते हैं..



अब जाने कौन सी नगरी में,
आबाद हैं जाकर मुद्दत से.
मैं देर रात तक जागूँ तो,
कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं..



कुछ बातें थीं फूलों जैसी,
कुछ लहजे खुशबू जैसे थे,
मैं शहर-ए-चमन में टहलूँ तो,
कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं..



सबकी जिंदगी बदल गयी
एक नए सिरे में ढल गयी

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कोई girlfriend में busy है..
कोई बीवी के पीछे crazy हैं..

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किसी को नौकरी से फुरसत नही
किसी को दोस्तों की जरुरत नही

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कोई पढने में डूबा है..
किसी की दो दो महबूबा हैं..

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सारे यार गुम हो गये हैं
तू से तुम और आप हो गये है



मै गुजरे पल को सोचूँ
तो, कुछ दोस्त
बहुत याद आते हैं.....

Dedicated to all my loving frnds

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