Tuesday, 25 February 2014

मांगो तो अपने रब से मांगो;

मांगो तो अपने रब से मांगो;
जो दे तो रहमत और न दे तो किस्मत;
लेकिन दुनिया से हरगिज़ मत माँगना;
क्योंकि दे तो एहसान और न दे तो शर्मिंदगी।

कभी भी 'कामयाबी' को दिमाग और 'नकामी' को दिल में जगह नहीं देनी चाहिए।
क्योंकि, कामयाबी दिमाग में घमंड और नकामी दिल में मायूसी पैदा करती है

कौन देता है उम्र भर का सहारा। लोग तो जनाज़े में भी कंधे बदलते रहते हैं

♻ सुखी जीवन के ६ मन्त्र ♻

☑ अगर 'पूजा' कर रहे हो - तो 'विश्वास' करना सीखो !
☑ 'बोलने' से पहले - 'सुनना' सीखो !
☑ अगर 'खर्च' करना है - तो 'कमाना' सीखो !
☑ अगर 'लिखना' है - तो 'सोचना' सीखो !
☑ 'हार' मानने से पहले - फिर से 'कोशिश' करना सीखो !
☑ 'मरने' से पहले - खुल के 'जीना' सीखो !

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