Sunday, 20 March 2016

सभी को समर्पित

मकान जले तो बीमा ले सकते हैं
सपने जले तो क्या किया जाए...

आसमान बरसे तो छाता ले सकते हैं
आँख बरसे तो क्या किया जाए...

शेर दहाड़े तो भाग सकते हैं
अहंकार दहाड़े तो क्या किया जाए...

काँटा छुभे तो निकाल सकते हैं
कोई बात छुभे तो क्या किया जाए...

दर्द हो तो गोली(medicine)ले सकते हैं
वेदना हो तो क्या किया जाये...

एक अच्छा मित्र एक दवा जैसा ही होता है
पर एक अच्छा ग्रुप पुरे मेडिकल स्टोर जैसा होता है.....

💐💐💐सभी को समर्पित💐💐

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