Saturday, 20 May 2017

🌺🌼आज का सुविचार🌼🌺


 
  💐 पानी को कितना भी गर्म कर लें पर वह थोड़ी देर बाद अपने मूल स्वभाव में आकर शीतल हो जाता हैं।💐

  💐  इसी प्रकार हम कितने भी क्रोध में, भय में, अशांति में रह लें, थोड़ी देर बाद-बोध में, निर्भयता में और प्रसन्नता में हमें आना ही होगा क्योंकि यही हमारा मूल स्वभाव है कुछ बोलने और तोड़ने मेंकेवल एक पल लगता है*
          जबकि बनाने और मनाने मेंपूरा जीवन लग जाता है।*
                       प्रेम सदा
          माफ़ी माँगना पसंद करता है,
                 और अहंकार सदा
          माफ़ी सुनना पसंद करता है..?
                 
         🌺🙏शुभ प्रभात🙏🌺
🌺🌼🌺🍃🌺🌼🌺🌼🌺

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