हे पार्थ,
|| तुम पिछली
इन्क्रीमेंट का पश्चाताप मत करो ||
|| तुम अगली प्रमोशन की चिंता भी मत करो ||
|| बस अपनी करंट ड्यूटी से ही प्रसन्न रहो ||
|| तुम जब नहीं थे, तब भी ये कंपनी चल रहा थी ||
|| तुम जब नहीं होगे, तब भी ये कंपनी चलती रहेगी ||
|| जो टारगेट आज तुम्हारा है, कल किसी और का था ||
|| वो कल किसी और का होगा ||
|| तुम इसे अपना समझ कर मगन हो रहे हो ||
|| यही तुम्हारी समस्त दुखों का कारण है ||
|| प्रमोशन, इन्क्रीमेंट,छुट्टी, बोनस और इंसेंटिव जैसे शब्द अपने मन से निकाल दो ||
|| फिर तुम कंपनी के और ये कंपनी तुम्हारी होगी ||
Saturday, 28 March 2015
Dedicated to All gupta
Dedicated to All gupta
5 दोस्त थे
उनमें से 1 Guptaथा
बाक़ी 4 में
1 Buddh
1 मुस्लिम
1 ईसाई
1 सिख
चारों Gupta जाती पर जोक मार रहे थे.
और
हंस रहे थे
GUPTA दोस्त चुपचाप सुनता रहा
अगले दिन उसने चारों को एक एक रूपये के सिक्के देकर कहा.
ये सिक्के किसी ऐसे भिखारी को दे देना जो GUPTA हो.
3 महीने बाद वो लोग वापस आये और उन्होंने उस GUPTA दोस्त को वही चारों सिक्के वापस किये
और
बोले कि 12० करोड़ की भारत की आबादी में से हमको १ भी GUPTA भिखारी नहीं मिला
दिमाग़
मेहनत
लगन
ईमानदारी
और सच्चाई यही है GUPTA की शान
गर्व से कहिये
JAY ho Gupta
दोस्ती करो Gupta से और जियो जिन्दगी ठाठ से
Gupta की यारी और शेर की सवारी कोई बच्चो का खेल नही
Gupta की बोली बन्दुक की गोली हमेशा पावर फुल होती है
यदि तुम सही मे gupta को चाहते हो तो इस SMS को हर Gupta के मोबाइल तक पहुचा दो....
Friday, 27 March 2015
ट्रेन में अब बेफिक्र होकर सोएं, डेस्टिनेशन स्टेशन आने पर आपको जगा दिया जायेगा।
ट्रेन में अब बेफिक्र होकर सोएं, डेस्टिनेशन स्टेशन आने पर आपको जगा दिया जायेगा।
➖➖➖➖➖➖➖➖➖
अगर आप रात के समय ट्रेन में सफर कर रहे हैं। रात में ही आपका डेस्टिनेशन स्टेशन आएगा, तो आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है। बेफिक्र होकर सोएं, क्योंकि अब आपका डेस्टिनेशन स्टेशन आने से पहले जगाने की जिम्मेदारी रेलवे की होगी। लेकिन इसके लिए आपको 139 पर फोन कर वेकअप कॉल-डेस्टिनेशन अलर्ट सुविधा अपने PNR पर एक्टिवेट करवाना होगी।
ट्रेन में रात के समय सफर करने वाले यात्रियों को डेस्टिनेशन स्टेशन आने से पहले उठने में काफी परेशानी आती है। कई बार यात्री डेस्टिनेशन स्टेशन आने पर उठ नहीं पाते और ट्रेन आगे निकल जाती है। इससे बहुत परेशानी झेलना पड़ती है। इस परेशानी के निराकरण हेतु रेलवे ने वेकअप कॉल-डेस्टिनेशन अलर्ट सुविधा शुरू कर दी है। यह नई सुविधा कुछ ही दिन पहले ही शुरू हुई है, लेकिन प्रचार-प्रसार की कमी के कारण कई लोगों को इसकी जानकारी नहीं है।
➡क्या है डेस्टिनेशन अलर्ट?
>इस सुविधा को डेस्टिनेशन अलर्ट नाम दिया गया है।
>सुविधा को एक्टिवेट करने पर डेस्टिनेशन स्टेशन आने से पहले ही मोबाइल पर अलार्म बजेगा।
>सुविधा को एक्टिवेट करने के लिए ALERT टाइप करने के बाद PNR नंबर टाइप करना होगा और 139 पर भेजना होगा।
>139 पर कॉल करना होगा। कॉल करने के बाद भाषा चुने और फिर 7 डायल करें। 7 डायल करने के बाद PNR नंबर डायल करना होगा। इसके बाद यह सेवा एक्टिवेट हो जाएगी।
>इस सुविधा को वेकअप कॉल नाम दिया गया है।
➡रिसीव होने तक बजेगी मोबाइल की घंटी।
इस सेवा को एक्टिवेट करने पर स्टेशन आने से पहले मोबाइल की घंटी बजेगी। यह घंटी तब-तक बजती रहेगी, जब तक कि आप फोन रिसीव नहीं करेंगे। फोन रिसीव होने पर यात्री को सूचित किया जाएगा कि स्टेशन आने वाला है।
🙏 please convey this massage to all.
➖➖➖➖➖➖➖➖➖
अगर आप रात के समय ट्रेन में सफर कर रहे हैं। रात में ही आपका डेस्टिनेशन स्टेशन आएगा, तो आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है। बेफिक्र होकर सोएं, क्योंकि अब आपका डेस्टिनेशन स्टेशन आने से पहले जगाने की जिम्मेदारी रेलवे की होगी। लेकिन इसके लिए आपको 139 पर फोन कर वेकअप कॉल-डेस्टिनेशन अलर्ट सुविधा अपने PNR पर एक्टिवेट करवाना होगी।
ट्रेन में रात के समय सफर करने वाले यात्रियों को डेस्टिनेशन स्टेशन आने से पहले उठने में काफी परेशानी आती है। कई बार यात्री डेस्टिनेशन स्टेशन आने पर उठ नहीं पाते और ट्रेन आगे निकल जाती है। इससे बहुत परेशानी झेलना पड़ती है। इस परेशानी के निराकरण हेतु रेलवे ने वेकअप कॉल-डेस्टिनेशन अलर्ट सुविधा शुरू कर दी है। यह नई सुविधा कुछ ही दिन पहले ही शुरू हुई है, लेकिन प्रचार-प्रसार की कमी के कारण कई लोगों को इसकी जानकारी नहीं है।
➡क्या है डेस्टिनेशन अलर्ट?
>इस सुविधा को डेस्टिनेशन अलर्ट नाम दिया गया है।
>सुविधा को एक्टिवेट करने पर डेस्टिनेशन स्टेशन आने से पहले ही मोबाइल पर अलार्म बजेगा।
>सुविधा को एक्टिवेट करने के लिए ALERT टाइप करने के बाद PNR नंबर टाइप करना होगा और 139 पर भेजना होगा।
>139 पर कॉल करना होगा। कॉल करने के बाद भाषा चुने और फिर 7 डायल करें। 7 डायल करने के बाद PNR नंबर डायल करना होगा। इसके बाद यह सेवा एक्टिवेट हो जाएगी।
>इस सुविधा को वेकअप कॉल नाम दिया गया है।
➡रिसीव होने तक बजेगी मोबाइल की घंटी।
इस सेवा को एक्टिवेट करने पर स्टेशन आने से पहले मोबाइल की घंटी बजेगी। यह घंटी तब-तक बजती रहेगी, जब तक कि आप फोन रिसीव नहीं करेंगे। फोन रिसीव होने पर यात्री को सूचित किया जाएगा कि स्टेशन आने वाला है।
🙏 please convey this massage to all.
Tuesday, 24 March 2015
वह प्राइमरी स्कूल की टीचर थी |
Plz read once before you delete it !!!
वह प्राइमरी स्कूल की टीचर थी |
सुबह उसने बच्चो का टेस्ट लिया था
और उनकी कॉपिया जाचने के लिए
घर ले आई थी | बच्चो की कॉपिया
देखते देखते उसके आंसू बहने लगे | उसका पति वही लेटे mobile देख रहा था |
उसने रोने का कारण पूछा ।
टीचर बोली , “सुबह मैंने बच्चो को
‘मेरी सबसे बड़ी ख्वाइश’ विषय पर कुछ
पंक्तिया लिखने को कहा था ; एक बच्चे
ने इच्छा जाहिर करी है की भगवन उसे
Mobile बना दे |
यह सुनकर पतिदेव हंसने लगे |
टीचर बोली , “आगे तो सुनो बच्चे ने
लिखा है यदि मै mobile बन जाऊंगा, तो
घर में मेरी एक खास जगह होगी और
सारा परिवार मेरे इर्द-गिर्द रहेगा |
जब मै बोलूँगा, तो सारे लोग मुझे ध्यान
से सुनेंगे | मुझे रोका टोका नहीं जायेंगा
और नहीं उल्टे सवाल होंगे |
जब मै mobile बनूंगा, तो पापा ऑफिस से
आने के बाद थके होने के बावजूद मेरे
साथ बैठेंगे | मम्मी को जब तनाव होगा,
तो वे मुझे डाटेंगी नहीं, बल्कि मेरे साथ
रहना चाहेंगी | मेरे बड़े भाई-बहनों के
बीच मेरे पास रहने के लिए झगडा होगा |
यहाँ तक की जब mobile बंद रहेंगा, तब भी
उसकी अच्छी तरह देखभाल होंगी |
और हा, mobile के रूप में मै सबको ख़ुशी
भी दे सकूँगा | “
यह सब सुनने के बाद पति भी थोड़ा
गंभीर होते हुए बोला ,
‘हे भगवान ! बेचारा बच्चा …. उसके
माँ-बाप तो उस पर जरा भी ध्यान नहीं
देते !’
टीचर पत्नी ने आंसूं भरी आँखों से
उसकी तरफ देखा और बोली,
“जानते हो, यह बच्चा कौन है? ………………………हमारा अपना बच्चा……
.. हमारा छोटू |”
सोचिये, यह छोटू कही आपका बच्चा
तो नहीं ।
मित्रों , आज की भाग-दौड़ भरी ज़िन्दगी
में हमें वैसे ही एक दूसरे के लिए कम
वक़्त मिलता है , और अगर हम वो भी
सिर्फ टीवी देखने , मोबाइल पर
खेलने और फेसबुक से चिपके रहने में
गँवा देंगे तो हम कभी अपने रिश्तों की
अहमियत और उससे मिलने वाले प्यार
को नहीं समझ पायेंगे।
Moral : Please spare some of your valuable time for your FAMILY.
Friends is msg ko itna forward karo ke sabko dil pe chhu jaye 👌👌👏👏👏
वह प्राइमरी स्कूल की टीचर थी |
सुबह उसने बच्चो का टेस्ट लिया था
और उनकी कॉपिया जाचने के लिए
घर ले आई थी | बच्चो की कॉपिया
देखते देखते उसके आंसू बहने लगे | उसका पति वही लेटे mobile देख रहा था |
उसने रोने का कारण पूछा ।
टीचर बोली , “सुबह मैंने बच्चो को
‘मेरी सबसे बड़ी ख्वाइश’ विषय पर कुछ
पंक्तिया लिखने को कहा था ; एक बच्चे
ने इच्छा जाहिर करी है की भगवन उसे
Mobile बना दे |
यह सुनकर पतिदेव हंसने लगे |
टीचर बोली , “आगे तो सुनो बच्चे ने
लिखा है यदि मै mobile बन जाऊंगा, तो
घर में मेरी एक खास जगह होगी और
सारा परिवार मेरे इर्द-गिर्द रहेगा |
जब मै बोलूँगा, तो सारे लोग मुझे ध्यान
से सुनेंगे | मुझे रोका टोका नहीं जायेंगा
और नहीं उल्टे सवाल होंगे |
जब मै mobile बनूंगा, तो पापा ऑफिस से
आने के बाद थके होने के बावजूद मेरे
साथ बैठेंगे | मम्मी को जब तनाव होगा,
तो वे मुझे डाटेंगी नहीं, बल्कि मेरे साथ
रहना चाहेंगी | मेरे बड़े भाई-बहनों के
बीच मेरे पास रहने के लिए झगडा होगा |
यहाँ तक की जब mobile बंद रहेंगा, तब भी
उसकी अच्छी तरह देखभाल होंगी |
और हा, mobile के रूप में मै सबको ख़ुशी
भी दे सकूँगा | “
यह सब सुनने के बाद पति भी थोड़ा
गंभीर होते हुए बोला ,
‘हे भगवान ! बेचारा बच्चा …. उसके
माँ-बाप तो उस पर जरा भी ध्यान नहीं
देते !’
टीचर पत्नी ने आंसूं भरी आँखों से
उसकी तरफ देखा और बोली,
“जानते हो, यह बच्चा कौन है? ………………………हमारा अपना बच्चा……
.. हमारा छोटू |”
सोचिये, यह छोटू कही आपका बच्चा
तो नहीं ।
मित्रों , आज की भाग-दौड़ भरी ज़िन्दगी
में हमें वैसे ही एक दूसरे के लिए कम
वक़्त मिलता है , और अगर हम वो भी
सिर्फ टीवी देखने , मोबाइल पर
खेलने और फेसबुक से चिपके रहने में
गँवा देंगे तो हम कभी अपने रिश्तों की
अहमियत और उससे मिलने वाले प्यार
को नहीं समझ पायेंगे।
Moral : Please spare some of your valuable time for your FAMILY.
Friends is msg ko itna forward karo ke sabko dil pe chhu jaye 👌👌👏👏👏
Monday, 23 March 2015
परीक्षा में गब्बरसिंह का चरित्र चित्रण करने के लिए कहा गया-
परीक्षा में गब्बरसिंह का चरित्र चित्रण करने के लिए कहा गया-
दसवीं के एक छात्र ने लिखा-
1. सादगी भरा जीवन-
:- शहर की भीड़ से दूर जंगल में रहते थे,
एक ही कपड़े में कई दिन गुजारा करते थे,
खैनी के बड़े शौकीन थे.
2. अनुशासनप्रिय-
:- कालिया और उसके साथी को प्रोजेक्ट ठीक से न करने पर सीधा गोली मार दिये थे.
3.दयालु प्रकृति-
:- ठाकुर को कब्जे में लेने के बाद ठाकुर के सिर्फ हाथ काटकर छोड़ दिया था, चाहते तो गला भी काट सकते थे.
4. नृत्य संगीत प्रेमी-
;- उनके मुख्यालय में नृत्य संगीत के कार्यक्रम चलते रहते थे..
'महबूबा महबूबा',
'जब तक है जां जाने जहां'.
बसंती को देखते ही परख गये थे कि कुशल नृत्यांगना है.
5. हास्य रस के प्रेमी-
:- कालिया और उसके साथियों को हंसा हंसा कर ही मारे थे. खुद भी ठहाका मारकर हंसते थे, वो इस युग के 'लाफिंग बुद्धा' थे.
6. नारी सम्मान-
:- बंसती के अपहरण के बाद सिर्फ उसका नृत्य देखने का अनुरोध किया था,
आधुनिक विलेन तो बहुत कुछ कर सकता था.
7. भिक्षुक जीवन-
:- उनके आदमी गुजारे के लिए बस सूखा अनाज मांगते थे,
कभी बिरयानी या चिकन टिक्का की मांग नहीं की.. .
8. समाज सेवक-
:- रात को बच्चों को सुलाने का काम भी करते थे .....
दसवीं के एक छात्र ने लिखा-
1. सादगी भरा जीवन-
:- शहर की भीड़ से दूर जंगल में रहते थे,
एक ही कपड़े में कई दिन गुजारा करते थे,
खैनी के बड़े शौकीन थे.
2. अनुशासनप्रिय-
:- कालिया और उसके साथी को प्रोजेक्ट ठीक से न करने पर सीधा गोली मार दिये थे.
3.दयालु प्रकृति-
:- ठाकुर को कब्जे में लेने के बाद ठाकुर के सिर्फ हाथ काटकर छोड़ दिया था, चाहते तो गला भी काट सकते थे.
4. नृत्य संगीत प्रेमी-
;- उनके मुख्यालय में नृत्य संगीत के कार्यक्रम चलते रहते थे..
'महबूबा महबूबा',
'जब तक है जां जाने जहां'.
बसंती को देखते ही परख गये थे कि कुशल नृत्यांगना है.
5. हास्य रस के प्रेमी-
:- कालिया और उसके साथियों को हंसा हंसा कर ही मारे थे. खुद भी ठहाका मारकर हंसते थे, वो इस युग के 'लाफिंग बुद्धा' थे.
6. नारी सम्मान-
:- बंसती के अपहरण के बाद सिर्फ उसका नृत्य देखने का अनुरोध किया था,
आधुनिक विलेन तो बहुत कुछ कर सकता था.
7. भिक्षुक जीवन-
:- उनके आदमी गुजारे के लिए बस सूखा अनाज मांगते थे,
कभी बिरयानी या चिकन टिक्का की मांग नहीं की.. .
8. समाज सेवक-
:- रात को बच्चों को सुलाने का काम भी करते थे .....
Saturday, 21 March 2015
Intelligent Husband
Intelligent Husband
.
Wife was busy in packing her clothes.
.
Husband - Where are you going ?
.
Wife - I'm moving to my mother.
.
Husband also starts packing his clothes.
.
Wife - Now where are you going ?
.
Husband - I'm also moving to my mother.
.
Wife - And what about the kids ?
.
Husband - Well I guess ... If you are moving to your mother and I'm moving to my mother ... They should move to their mother.
.
Clothes unpacked.
😂😜😝
.
Wife was busy in packing her clothes.
.
Husband - Where are you going ?
.
Wife - I'm moving to my mother.
.
Husband also starts packing his clothes.
.
Wife - Now where are you going ?
.
Husband - I'm also moving to my mother.
.
Wife - And what about the kids ?
.
Husband - Well I guess ... If you are moving to your mother and I'm moving to my mother ... They should move to their mother.
.
Clothes unpacked.
😂😜😝
Saturday, 14 March 2015
जानिये हमारे देश के कइ गांव ओर शहरो के असली नाम
जानिये हमारे देश के कइ गांव ओर शहरो के असली नाम
सब से पहले हमारे देश इंडिया का असली नाम भारत , आर्यावर्त
या हिन्दूस्तान था !
अब गांव ओर शहरो के नाम !
कानपुर का असली नाम कान्हापुर !
दिल्ली का असली नाम इन्द्रप्रस्थ !
हैदराबाद का असली नाम भाग्यनगर !
इलाहाबाद का असली नाम प्रयाग !
औरंगाबाद का असली नाम संभाजी नगर !
भोपाल का असली नाम भोजपाल !
लखनऊ का असली नाम लक्ष्मणपूरी !
अहमदाबाद का असली नाम कर्णावती !
अलीगढ़ का असली नाम हरीगढ़ !
मिराज का असली नाम शिवप्रदेश !
मुजफ्फरनगर का असली नाम लक्ष्मीनगर !
शामली का असली नाम श्यामली !
रोहतक का असली नाम रोहितास पुर !
पोरबंदर का असली नाम सुदामा पुरी !
पटना का असली नाम पाटली पुत्र !
नांदेड का असली नाम नंदीग्राम !
आजमगढ का असली नाम आर्य गढ !
अजमेर का असली नाम अजय मेरु !
उज्जैन का असली नाम अवंतिका !
जमशेदपुर का असली नाम काली माटी !
बिशाखापट्टनम का असली नाम विजात्रापश्म !
गुवाहटी का असली नाम गौहाटी !
सुल्तानगँज का असली नाम चम्पानगरी !
बुरहानपुर का असली नाम ब्रह्म पुर !
इंदौर का असली नाम इंदुर !
नशरुलागंज का असली नाम भीरुंदा !
सोनीपत का असली नाम स्वणॅ प्रस्थ !
पानीपत का असली नाम पर्ण प्रस्थ !
बागपत का असली नाम बाग प्रस्थ !
ओसामानाबाद का असली नाम धारा शिव ( महाराष्ट्र मे ) !
देवरिया का असली नाम देवपुरी ( उत्तर प्रदेश मे )
इन शहरों को फिर से इनके पुराने नाम दिए जाएँ !
ये सभी नाम मुगलो , अंग्रेजो ओर आज तक
की सभी सरकार ने बदले है !
ज्यादा कुछ नहीं तो हम सोशल मीडिया में
ही इनका असली नाम लिखा करे !
आपके ध्यान मे ओर कोइ ऐसा नाम हो तो कमेन्ट मे लिखे !
सब से पहले हमारे देश इंडिया का असली नाम भारत , आर्यावर्त
या हिन्दूस्तान था !
अब गांव ओर शहरो के नाम !
कानपुर का असली नाम कान्हापुर !
दिल्ली का असली नाम इन्द्रप्रस्थ !
हैदराबाद का असली नाम भाग्यनगर !
इलाहाबाद का असली नाम प्रयाग !
औरंगाबाद का असली नाम संभाजी नगर !
भोपाल का असली नाम भोजपाल !
लखनऊ का असली नाम लक्ष्मणपूरी !
अहमदाबाद का असली नाम कर्णावती !
अलीगढ़ का असली नाम हरीगढ़ !
मिराज का असली नाम शिवप्रदेश !
मुजफ्फरनगर का असली नाम लक्ष्मीनगर !
शामली का असली नाम श्यामली !
रोहतक का असली नाम रोहितास पुर !
पोरबंदर का असली नाम सुदामा पुरी !
पटना का असली नाम पाटली पुत्र !
नांदेड का असली नाम नंदीग्राम !
आजमगढ का असली नाम आर्य गढ !
अजमेर का असली नाम अजय मेरु !
उज्जैन का असली नाम अवंतिका !
जमशेदपुर का असली नाम काली माटी !
बिशाखापट्टनम का असली नाम विजात्रापश्म !
गुवाहटी का असली नाम गौहाटी !
सुल्तानगँज का असली नाम चम्पानगरी !
बुरहानपुर का असली नाम ब्रह्म पुर !
इंदौर का असली नाम इंदुर !
नशरुलागंज का असली नाम भीरुंदा !
सोनीपत का असली नाम स्वणॅ प्रस्थ !
पानीपत का असली नाम पर्ण प्रस्थ !
बागपत का असली नाम बाग प्रस्थ !
ओसामानाबाद का असली नाम धारा शिव ( महाराष्ट्र मे ) !
देवरिया का असली नाम देवपुरी ( उत्तर प्रदेश मे )
इन शहरों को फिर से इनके पुराने नाम दिए जाएँ !
ये सभी नाम मुगलो , अंग्रेजो ओर आज तक
की सभी सरकार ने बदले है !
ज्यादा कुछ नहीं तो हम सोशल मीडिया में
ही इनका असली नाम लिखा करे !
आपके ध्यान मे ओर कोइ ऐसा नाम हो तो कमेन्ट मे लिखे !
Friday, 13 March 2015
When BHAKTI enters FOOD,
When BHAKTI enters FOOD,
FOOD becomes PRASAD,
When BHAKTI enters HUNGER,
HUNGER becomes a FAST,
When BHAKTI enters WATER,
WATER becomes CHARANAMRIT,
When BHAKTI enters TRAVEL,
TRAVEL becomes a PILGRIMAGE,
When BHAKTI enters MUSIC,
MUSIC becomes KIRTAN,
When BHAKTI enters a HOUSE,
HOUSE becomes a TEMPLE,
When BHAKTI enters ACTIONS,
ACTIONS become SERVICES,
When BHAKTI enters in WORK,
WORK becomes KARMA,
AND
When BHAKTI enters a MAN,
MAN becomes HUMAN
😃😀🙏😊☺
FOOD becomes PRASAD,
When BHAKTI enters HUNGER,
HUNGER becomes a FAST,
When BHAKTI enters WATER,
WATER becomes CHARANAMRIT,
When BHAKTI enters TRAVEL,
TRAVEL becomes a PILGRIMAGE,
When BHAKTI enters MUSIC,
MUSIC becomes KIRTAN,
When BHAKTI enters a HOUSE,
HOUSE becomes a TEMPLE,
When BHAKTI enters ACTIONS,
ACTIONS become SERVICES,
When BHAKTI enters in WORK,
WORK becomes KARMA,
AND
When BHAKTI enters a MAN,
MAN becomes HUMAN
😃😀🙏😊☺
Tuesday, 10 March 2015
बेचारा मर्द...
बेचारा मर्द...
सुबह-सुबह नहा धोकर काम पर जाने के लिए तैयार होते हुए, बीवी से कहा जल्दी लंच पैक कर दो, ऑफिस के लिए देर हो रही है...
तभी बेटे ने कहा पापा मुझे कल फीस जमा करनी है...
ठीक है बेटा शाम को आकर देता हूँ...
बेटी ने कहा पापा स्कूल में फैंसी ड्रैस कंपीटिशन है, मुझे 'परी' की ड्रेस चाहिए...
ओके बेबी, शाम को लेता आऊंगा...
पिता जी बोले, बेटा मेरे चश्मे का काँच टूट गया है, इसे लगवा देना, और तेरी माँ की आँखों के ऑपरेशन की तारीख मिल गई है, अस्पताल में भर्ती कराना है...
जी पिता जी मैं शाम को ऑफिस से एडवांस ले लूँगा...
जाते जाते पत्नी जी ने कहा, घर का राशन खत्म होने वाला है, किराने वाले को यह लिस्ट देते जाना, और शाम को लेते आना...
अच्छा जी अब मैं चलता हूँ, यह कह वो घर से चल दिया, रास्ते में स्कूटर पंचर हो गया और ऑफिस पहुचने में देर हो गई...
ऑफिस पहुचने पर बाॅस ने घड़ी की ओर देखा, और कहा आइए सर...
वो समझ गया देरी की वजह से बाॅस नाराज हैं, खैर सोचा आज जल्दी जल्दी काम निपटा लेता हूँ, ताकि बाॅस खुश हो जाये क्यूंकि शाम एडवांस भी लेना है...
काम को जल्द निपटाने के चक्कर में एक गलती हो गई, बाॅस को खुश करने की जगह और नाराज हो गए, एडवांस मांगने की हिम्मत ही नहीं हुई...
खैर दिन बीता छुट्टी हुई, अब घर पर क्या कहूंगा, यह सोचकर परेशान हो गया, तभी साथी कर्मचारी ने कहा, क्या बात है यार बहुत परेशान दिख रहे हो, उसने सारी व्यथा अपने दोस्त को बताई, और कहा यार दिल करता है, रेल कि पटरी पर लैट जाऊं...
दोस्त ने कहा चल परेशान ना हो मेरे साथ चल, दोनों ने शराब पी और अपने अपने घरों की ओर चल दिए, घर पहुंच कर उसने कहा, कि एडवांस नहीं मिल पाया, फिर जो हुआ जरा ध्यान से पढिए...
बेटा माँ से मम्मी पापा ने शराब पी पर मुझे फीस नहीं दी...
बेटी मेरी ड्रेस नहीं लाये और शराब पी ली...
पिता चश्मा लाने के लिए पैसे नहीं थे, और शराब के लिए थे...
माँ भूल गया है तू, अपना पेट काट काट कर पाला था तूझे...
और अंत में पत्नी ने कहा, अब राशन की जगह हमे भी शराब ही पिला दो...
-------------------------------
कुछ जानने योग्य तथ्य...
पिता का चश्मा 500Rs
माँ का ऑपरेशन 3000Rs
बेटे की फीस 700Rs
बेटी की ड्रेस 1200Rs
घर का राशन 5000Rs
शराब जो कि दोस्त ने पिलाई 300 रूपये, यह शराब का विज्ञापन नहीं है, क्या इन 300 रूपयों से घर की जरूरतें पूरी हो जाती ???
एक मर्द अपने परिवार के लिए हर संभव प्रयास करता है,
उसे प्यार और सम्मान दे,
उसकी मजबूरियों को समझने की कोशिश करें...
उसे daaru पीने दें.... please !!
🙏🙏🙏😜😜😆
सुबह-सुबह नहा धोकर काम पर जाने के लिए तैयार होते हुए, बीवी से कहा जल्दी लंच पैक कर दो, ऑफिस के लिए देर हो रही है...
तभी बेटे ने कहा पापा मुझे कल फीस जमा करनी है...
ठीक है बेटा शाम को आकर देता हूँ...
बेटी ने कहा पापा स्कूल में फैंसी ड्रैस कंपीटिशन है, मुझे 'परी' की ड्रेस चाहिए...
ओके बेबी, शाम को लेता आऊंगा...
पिता जी बोले, बेटा मेरे चश्मे का काँच टूट गया है, इसे लगवा देना, और तेरी माँ की आँखों के ऑपरेशन की तारीख मिल गई है, अस्पताल में भर्ती कराना है...
जी पिता जी मैं शाम को ऑफिस से एडवांस ले लूँगा...
जाते जाते पत्नी जी ने कहा, घर का राशन खत्म होने वाला है, किराने वाले को यह लिस्ट देते जाना, और शाम को लेते आना...
अच्छा जी अब मैं चलता हूँ, यह कह वो घर से चल दिया, रास्ते में स्कूटर पंचर हो गया और ऑफिस पहुचने में देर हो गई...
ऑफिस पहुचने पर बाॅस ने घड़ी की ओर देखा, और कहा आइए सर...
वो समझ गया देरी की वजह से बाॅस नाराज हैं, खैर सोचा आज जल्दी जल्दी काम निपटा लेता हूँ, ताकि बाॅस खुश हो जाये क्यूंकि शाम एडवांस भी लेना है...
काम को जल्द निपटाने के चक्कर में एक गलती हो गई, बाॅस को खुश करने की जगह और नाराज हो गए, एडवांस मांगने की हिम्मत ही नहीं हुई...
खैर दिन बीता छुट्टी हुई, अब घर पर क्या कहूंगा, यह सोचकर परेशान हो गया, तभी साथी कर्मचारी ने कहा, क्या बात है यार बहुत परेशान दिख रहे हो, उसने सारी व्यथा अपने दोस्त को बताई, और कहा यार दिल करता है, रेल कि पटरी पर लैट जाऊं...
दोस्त ने कहा चल परेशान ना हो मेरे साथ चल, दोनों ने शराब पी और अपने अपने घरों की ओर चल दिए, घर पहुंच कर उसने कहा, कि एडवांस नहीं मिल पाया, फिर जो हुआ जरा ध्यान से पढिए...
बेटा माँ से मम्मी पापा ने शराब पी पर मुझे फीस नहीं दी...
बेटी मेरी ड्रेस नहीं लाये और शराब पी ली...
पिता चश्मा लाने के लिए पैसे नहीं थे, और शराब के लिए थे...
माँ भूल गया है तू, अपना पेट काट काट कर पाला था तूझे...
और अंत में पत्नी ने कहा, अब राशन की जगह हमे भी शराब ही पिला दो...
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कुछ जानने योग्य तथ्य...
पिता का चश्मा 500Rs
माँ का ऑपरेशन 3000Rs
बेटे की फीस 700Rs
बेटी की ड्रेस 1200Rs
घर का राशन 5000Rs
शराब जो कि दोस्त ने पिलाई 300 रूपये, यह शराब का विज्ञापन नहीं है, क्या इन 300 रूपयों से घर की जरूरतें पूरी हो जाती ???
एक मर्द अपने परिवार के लिए हर संभव प्रयास करता है,
उसे प्यार और सम्मान दे,
उसकी मजबूरियों को समझने की कोशिश करें...
उसे daaru पीने दें.... please !!
🙏🙏🙏😜😜😆
Sunday, 8 March 2015
एक हज़ारों में मेरे पापा हैं ...
एक हज़ारों में मेरे पापा हैं ....
Must read shyaries...
With excellent meanings..
बिना लिबास आए थे इस जहां में,
बस एक कफ़न की खातिर,
इतना सफ़र करना पड़ा....!!!!
==============================
हज़ारों ऐब ढूँढ़ते है हम दूसरों में इस तरह,
अपने किरदारों में हम लोग,फरिश्तें हो जैसे....!!!!
==============================
ये सोच कर की शायद वो खिड़की से झाँक ले,
उसकी गली के बच्चे आपस में लड़ा दिए मैंने....!!!!
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समय के एक तमाचे की देर है प्यारे,
मेरी फ़क़ीरी भी क्या,
तेरी बादशाही भी क्या....!!!!
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जैसा भी हूं अच्छा या बुरा अपने लिये हूं,
मै खुद को नही देखता औरो की नजर से....!!!!
========================================
मुलाकात जरुरी हैं, अगर रिश्ते निभाने हो,
वरना लगा कर भूल जाने से पौधे भी सुख जाते हैं....!!!!
================================
नींद आए या ना आए, चिराग बुझा दिया करो,
यूँ रात भर किसी का जलना, हमसे देखा नहीं जाता....!!!!
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मोबाइल चलाना जिसे सिखा रहा हूँ मैं,
पहला शब्द लिखना उसने मुझे सिखाया था....!!!!
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यहाँ हर किसी को, दरारों में झाकने की आदत है,
दरवाजे खोल दो, कोई पूछने भी नहीं आएगा....!!!!
================================
"तू अचानक मिल गई तो कैसे पहचानुंगा मैं,
ऐ खुशी.. तू अपनी एक तस्वीर भेज दे....!!!!
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"इसी लिए तो बच्चों पे नूर सा बरसता है,
शरारतें करते हैं, साजिशें तो नहीं करते....!!!!
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महँगी से महँगी घड़ी पहन कर देख ली,
वक़्त फिर भी मेरे हिसाब से कभी ना चला ...!!"
-------------------------
युं ही हम दिल को साफ़ रखा करते थे ..
पता नही था की, 'किमत चेहरों की होती है!!'
------------------------
"दो बातें इंसान को अपनों से दूर कर देती हैं,
एक उसका 'अहम' और दूसरा उसका 'वहम'......
------------------------
" पैसे से सुख कभी खरीदा नहीं जाता
और दुःख का कोई खरीदार नहीं होता।"
------------------------
मुझे जिंदगी का इतना तजुर्बा तो नहीं,
पर सुना है सादगी में लोग जीने नहीं देते।
Must read shyaries...
With excellent meanings..
बिना लिबास आए थे इस जहां में,
बस एक कफ़न की खातिर,
इतना सफ़र करना पड़ा....!!!!
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हज़ारों ऐब ढूँढ़ते है हम दूसरों में इस तरह,
अपने किरदारों में हम लोग,फरिश्तें हो जैसे....!!!!
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ये सोच कर की शायद वो खिड़की से झाँक ले,
उसकी गली के बच्चे आपस में लड़ा दिए मैंने....!!!!
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समय के एक तमाचे की देर है प्यारे,
मेरी फ़क़ीरी भी क्या,
तेरी बादशाही भी क्या....!!!!
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जैसा भी हूं अच्छा या बुरा अपने लिये हूं,
मै खुद को नही देखता औरो की नजर से....!!!!
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मुलाकात जरुरी हैं, अगर रिश्ते निभाने हो,
वरना लगा कर भूल जाने से पौधे भी सुख जाते हैं....!!!!
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नींद आए या ना आए, चिराग बुझा दिया करो,
यूँ रात भर किसी का जलना, हमसे देखा नहीं जाता....!!!!
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मोबाइल चलाना जिसे सिखा रहा हूँ मैं,
पहला शब्द लिखना उसने मुझे सिखाया था....!!!!
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यहाँ हर किसी को, दरारों में झाकने की आदत है,
दरवाजे खोल दो, कोई पूछने भी नहीं आएगा....!!!!
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"तू अचानक मिल गई तो कैसे पहचानुंगा मैं,
ऐ खुशी.. तू अपनी एक तस्वीर भेज दे....!!!!
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"इसी लिए तो बच्चों पे नूर सा बरसता है,
शरारतें करते हैं, साजिशें तो नहीं करते....!!!!
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महँगी से महँगी घड़ी पहन कर देख ली,
वक़्त फिर भी मेरे हिसाब से कभी ना चला ...!!"
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युं ही हम दिल को साफ़ रखा करते थे ..
पता नही था की, 'किमत चेहरों की होती है!!'
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"दो बातें इंसान को अपनों से दूर कर देती हैं,
एक उसका 'अहम' और दूसरा उसका 'वहम'......
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" पैसे से सुख कभी खरीदा नहीं जाता
और दुःख का कोई खरीदार नहीं होता।"
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मुझे जिंदगी का इतना तजुर्बा तो नहीं,
पर सुना है सादगी में लोग जीने नहीं देते।
Wednesday, 4 March 2015
Baniya Special
Baniya Special
बनिया को भूत चड़ गया।
3दिन बाद भूत खुद ओझा के पास गया और
बोला :- मुझे बाहर निकालो, वर्ना मै
भूखा मर जाउगां।
🔆🔆🔆🔆🔅🔆🔆🔆🔆
बनिया हाथ मे ब्लेड मार रहा था।
बीवी:- ये क्या कर रहे हो जी??
बनिया:- Dettol की शिशी टूट गई है
कही Dettol बरबाद ना हो जाए।
ला तेरी भी उगंली काट दूँ।
🔆🔆🔆🔆🔅🔆🔆🔆🔆
जहाज के साथ बनिया भी डूब रहा था।
पर बनिया हंस रहा था।
दुसरा यात्री :- ओए ,हँस क्यो रहा है??
बनिया :- शुक्र है, मैने रिटर्न टिकट
नही खरीदा।
बनिया 14 वी मंजिल से नीचे गिरा।
गिरते वक्त उसने अपने घर की खिड़की से
देखा कि बीवी खाना बना रही है।
बनिया चिल्लाया :-" मेरी रोटी मत
पकाना"
बनिया ने शेख को खून देकर उसकी जान
बचाई। शेख ने खुश होकर उसे मर्सिडिज
कार गिफ्ट की।
शेख को फिर खून की जरुरत पड़ी,बनिया ने
फिर खून दिया।
अबकी बार शेख ने सिर्फ लड्डू दिए।
बनिया (गुस्से से) :- इस बार सिर्फ
लड्डू????
शेख:- बिरादर, अब हमारे अन्दर
भी बनिया का खून दौड़ रहा है।
❄❄❄❄❄❄❄❄
कंजूस बनिया मरनेवाला था।
बनिया:- बीवी कहाँ हो?
बीवी :- जी मै यही हूँ।
बनिया:- मेरा बेटा और बेटी कहाँ है।
दोनो बच्चे:- जी हम भी यही है
बनिया:- तो बाहर वाले कमरे
का पंखा क्यो चल रहा है???
❄❄❄❄❄❄❄❄
🍌🍌🍌🍌🍌🍌🍌🍌🍌
कंजूस बनिया :- एक केला कैसे दिया???
केलेवाला :- १रुपय का।
कंजूस बनिया :-60 पैसे का देता है?
केलेवाला :-60पैसे मे तो सिर्फ
छिलका मिलेगा।
कंजूस बनिया :- ले 40 पैसे, छिलका रख
और केला देदे।
🍌🍌🍌🍌🍌🍌🍌🍌🍌
:🐽🐽🐽🐽🐽🐽🐽🐽🐽
एक कंजूस
बनिया लड़का को बनिया लड़की से प्रेम
हो गया।
बनिया लड़की :- जब पिताजी सो जाएगें
तो मै गली मे सिक्का फेंकुंगी,आवाज सुनकर
तुरन्त अन्दर आ जाना।
लेकिन लड़का सिक्का फेंकनेंlके एक घन्टे बाद
आया।
लड़की :- इतनी देर क्यो लगा दी???
लड़का :- वो मै सिक्का ढुँड रहा था।
लड़की:- अरे पागल वो तो धागा बाँधकर
फेका था,वापस खिच लिया।
बनिया को भूत चड़ गया।
3दिन बाद भूत खुद ओझा के पास गया और
बोला :- मुझे बाहर निकालो, वर्ना मै
भूखा मर जाउगां।
🔆🔆🔆🔆🔅🔆🔆🔆🔆
बनिया हाथ मे ब्लेड मार रहा था।
बीवी:- ये क्या कर रहे हो जी??
बनिया:- Dettol की शिशी टूट गई है
कही Dettol बरबाद ना हो जाए।
ला तेरी भी उगंली काट दूँ।
🔆🔆🔆🔆🔅🔆🔆🔆🔆
जहाज के साथ बनिया भी डूब रहा था।
पर बनिया हंस रहा था।
दुसरा यात्री :- ओए ,हँस क्यो रहा है??
बनिया :- शुक्र है, मैने रिटर्न टिकट
नही खरीदा।
बनिया 14 वी मंजिल से नीचे गिरा।
गिरते वक्त उसने अपने घर की खिड़की से
देखा कि बीवी खाना बना रही है।
बनिया चिल्लाया :-" मेरी रोटी मत
पकाना"
बनिया ने शेख को खून देकर उसकी जान
बचाई। शेख ने खुश होकर उसे मर्सिडिज
कार गिफ्ट की।
शेख को फिर खून की जरुरत पड़ी,बनिया ने
फिर खून दिया।
अबकी बार शेख ने सिर्फ लड्डू दिए।
बनिया (गुस्से से) :- इस बार सिर्फ
लड्डू????
शेख:- बिरादर, अब हमारे अन्दर
भी बनिया का खून दौड़ रहा है।
❄❄❄❄❄❄❄❄
कंजूस बनिया मरनेवाला था।
बनिया:- बीवी कहाँ हो?
बीवी :- जी मै यही हूँ।
बनिया:- मेरा बेटा और बेटी कहाँ है।
दोनो बच्चे:- जी हम भी यही है
बनिया:- तो बाहर वाले कमरे
का पंखा क्यो चल रहा है???
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🍌🍌🍌🍌🍌🍌🍌🍌🍌
कंजूस बनिया :- एक केला कैसे दिया???
केलेवाला :- १रुपय का।
कंजूस बनिया :-60 पैसे का देता है?
केलेवाला :-60पैसे मे तो सिर्फ
छिलका मिलेगा।
कंजूस बनिया :- ले 40 पैसे, छिलका रख
और केला देदे।
🍌🍌🍌🍌🍌🍌🍌🍌🍌
:🐽🐽🐽🐽🐽🐽🐽🐽🐽
एक कंजूस
बनिया लड़का को बनिया लड़की से प्रेम
हो गया।
बनिया लड़की :- जब पिताजी सो जाएगें
तो मै गली मे सिक्का फेंकुंगी,आवाज सुनकर
तुरन्त अन्दर आ जाना।
लेकिन लड़का सिक्का फेंकनेंlके एक घन्टे बाद
आया।
लड़की :- इतनी देर क्यो लगा दी???
लड़का :- वो मै सिक्का ढुँड रहा था।
लड़की:- अरे पागल वो तो धागा बाँधकर
फेका था,वापस खिच लिया।
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