आज मैं भी ऊपर
और आप भी ऊपर हो
तो फर्क क्या हैं...
हम दोनोमें
कलाम जीने मुस्कुराते हुए कहा
मुझे बुलाया गया हैं...
और आप को भेजा गया हैं
आपने जिंदगी लगा दी खूद की
मजहब की दिवार खड़ी करनेमे
और हमारी जिंदगी बीत गयी
वही दीवार तोडते तोडते
देश रो पडा था
जब मैं गिरा था
वही देश मुस्कुराया था
आपको लटका हुआ देखकर
तिरंगा मेरा भी था,
और आपकाभी था
पर मैंने सपनेभी देखे,
तीनो रंग के
और आप लढ़ते रहे,
सिर्फ एकही रंग के लिए
देश का सर उँचा करनेके लिए
मैंने मिसाईल उडाए
देश का सर निचा झुकाने के लिए
आपने बम गिराए
मेरा काम पवित्र था
इसलिए काम करते करते गिर पडा
आपका पाप बडा था
इसलिए देश ने आपको गिराया
फासी के फंदेपे लटकाकरयाकूबने कहा कलामजीसे
आज मैं भी ऊपर
और आप भी ऊपर हो
तो फर्क क्या हैं...
हम दोनोमें
कलाम जीने मुस्कुराते हुए कहा
मुझे बुलाया गया हैं...
और आप को भेजा गया हैं
आपने जिंदगी लगा दी खूद की
मजहब की दिवार खड़ी करनेमे
और हमारी जिंदगी बीत गयी
वही दीवार तोडते तोडते
देश रो पडा था
जब मैं गिरा था
वही देश मुस्कुराया था
आपको लटका हुआ देखकर
तिरंगा मेरा भी था,
और आपकाभी था
पर मैंने सपनेभी देखे,
तीनो रंग के
और आप लढ़ते रहे,
सिर्फ एकही रंग के लिए
देश का सर उँचा करनेके लिए
मैंने मिसाईल उडाए
देश का सर निचा झुकाने के लिए
आपने बम गिराए
मेरा काम पवित्र था
इसलिए काम करते करते गिर पडा
आपका पाप बडा था
इसलिए देश ने आपको गिराया
फासी के फंदेपे लटकाकर
और आप भी ऊपर हो
तो फर्क क्या हैं...
हम दोनोमें
कलाम जीने मुस्कुराते हुए कहा
मुझे बुलाया गया हैं...
और आप को भेजा गया हैं
आपने जिंदगी लगा दी खूद की
मजहब की दिवार खड़ी करनेमे
और हमारी जिंदगी बीत गयी
वही दीवार तोडते तोडते
देश रो पडा था
जब मैं गिरा था
वही देश मुस्कुराया था
आपको लटका हुआ देखकर
तिरंगा मेरा भी था,
और आपकाभी था
पर मैंने सपनेभी देखे,
तीनो रंग के
और आप लढ़ते रहे,
सिर्फ एकही रंग के लिए
देश का सर उँचा करनेके लिए
मैंने मिसाईल उडाए
देश का सर निचा झुकाने के लिए
आपने बम गिराए
मेरा काम पवित्र था
इसलिए काम करते करते गिर पडा
आपका पाप बडा था
इसलिए देश ने आपको गिराया
फासी के फंदेपे लटकाकरयाकूबने कहा कलामजीसे
आज मैं भी ऊपर
और आप भी ऊपर हो
तो फर्क क्या हैं...
हम दोनोमें
कलाम जीने मुस्कुराते हुए कहा
मुझे बुलाया गया हैं...
और आप को भेजा गया हैं
आपने जिंदगी लगा दी खूद की
मजहब की दिवार खड़ी करनेमे
और हमारी जिंदगी बीत गयी
वही दीवार तोडते तोडते
देश रो पडा था
जब मैं गिरा था
वही देश मुस्कुराया था
आपको लटका हुआ देखकर
तिरंगा मेरा भी था,
और आपकाभी था
पर मैंने सपनेभी देखे,
तीनो रंग के
और आप लढ़ते रहे,
सिर्फ एकही रंग के लिए
देश का सर उँचा करनेके लिए
मैंने मिसाईल उडाए
देश का सर निचा झुकाने के लिए
आपने बम गिराए
मेरा काम पवित्र था
इसलिए काम करते करते गिर पडा
आपका पाप बडा था
इसलिए देश ने आपको गिराया
फासी के फंदेपे लटकाकर
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